Search

पीएम के संबोधन पर कांग्रेस का तंज, देश के नाम संदेश में कुछ नहीं था नया, सिर्फ....

पीएम के देश के नाम संदेश में कुछ नहीं था नया, सिर्फ भटकाने वाली बातें थी : कांग्रेस NewDelhi :  18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन पर कांग्रेस पर निशाना साधा. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने पीएम मोदी पर पलटवार किया. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद से बाहर "देश के नाम संदेश`` दिया और उन्होंने सिर्फ विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कीं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता राहुल गांधी और महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री पर हमला बोला है.

मोदी की बातों से लगा ही नहीं कि वह सही मायने में जनादेश का अर्थ समझ रहे   

जयराम रमेश ने ``एक्स`` पर लिखा कि 18वीं लोकसभा का कार्यकाल शुरू हो रहा है. इस अवसर पर जैसा कि सामान्य रूप से होता है, लोकसभा चुनाव में जबरदस्त व्यक्तिगत, राजनीतिक और नैतिक हार का सामना करने वाले नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने संसद के बाहर ``देश के नाम संदेश`` दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कुछ भी नया नहीं कहा. हमेशा की तरह उन्होंने विषय से ध्यान भटकाने वाली बातें कहीं. उनकी बातों से ऐसा लगा ही नहीं कि वह सही मायने में जनादेश का अर्थ समझ रहे हैं.  वह वाराणसी में भी संदिग्ध एवं संकीर्ण अंतर से जीते हैं." रमेश ने कहा कि वह किसी भी तरह के भ्रम में न रहें क्योंकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ उनसे पूरे कार्यकाल का हिसाब लेगा. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री पूरी तरह से बेनक़ाब हो चुके हैं.

संविधान पर आक्रमण स्वीकार्य नहीं- राहुल

रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह जो आक्रमण संविधान पर कर रहे हैं, वो हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है और वो हम नहीं होने देंगे. इसलिए हमने शपथ लेते समय संविधान पकड़ा था. हिंदुस्तान के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती. राहुल ने गिनवाये कि एनडीए की सरकार के 15 दिनों में क्या-क्या घटनाएं हुई हैं. राहुल ने एक्स पर लिखा कि एनडीए के पहले 15 दिन! भीषण ट्रेन दुर्घटना, कश्मीर में आतंकवादी हमले, ट्रेनों में यात्रियों की दुर्दशा, NEET घोटाला, NEET PG निरस्त, UGC NET का पेपर लीक, दूध--दाल-गैस-टोल और महंगे, आग से धधकते जंगल, जल संकट और हीट वेव में इंतजाम न होने से मौतें. आगे लिखा कि साइकोलॉजिकली बैकफुट पर नरेंद्र मोदी बस अपनी सरकार बचाने में व्यस्त हैं. नरेंद्र मोदी जी और उनकी सरकार का संविधान पर आक्रमण हमारे लिए एक्सेप्टेबल नहीं है और ये हम किसी हाल में होने नहीं देंगे. इंडिया का मजबूत विपक्ष अपना दबाव जारी रखेगा, लोगों की आवाज उठायेगा और प्रधानमंत्री को बिना जवाबदेही बच कर निकलने नहीं देगा.

पीएम ने आपातकाल को भारत के लोकतंत्र पर `काला धब्बा` कहा

18वीं लोकसभा की शुरुआत से पहले अपने पारंपरिक भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश को एक अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष की जरुरत है. क्योंकि लोग नारे नहीं, बल्कि सार्थकता चाहते हैं. उन्होंने कहा कि देश की जनता विपक्ष से संसद की गरिमा बनाये रखने की उम्मीद करती है ना कि ‘नखरे, ड्रामा, नारेबाजी और व्यवधान’ की. कहा कि अब तक यह निराशाजनक रहा है. उम्मीद जतायी कि यह अपनी भूमिका निभायेगा और लोकतंत्र की मर्यादा को बनाये रखेगा. उन्होंने याद दिलाया कि आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ 25 जून को है, पीएम इसे भारत के लोकतंत्र पर एक `काला धब्बा` कहा.   [wpse_comments_template]
Follow us on WhatsApp