Ranchi : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राकेश सिन्हा ने बाबूलाल मरांडी के आरोपों पर तीखा तंज कसा है. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी मुरझाए हुए फूल हैं और मुरझाए हुए फूलों को किसी से खतरा नहीं होता.
सस्ती लोकप्रियता के लिए बयानबाजी
राकेश सिन्हा ने कहा कि बाबूलाल मरांडी सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को किसी से कोई खतरा नहीं है, बल्कि राज्य की जनता ने देखा है कि जब वह मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने षड्यंत्र और साजिशों के जरिए राज्य को जलाने का कार्य किया.
बाबूलाल मरांडी के षड्यंत्र
राकेश सिन्हा ने कहा कि 28 दिसंबर 2000 और 22 जुलाई 2002 को बाबूलाल मरांडी की षड्यंत्रकारी सोच की वजह से राज्य में हालात बिगड़े. पुलिस अधिकारियों की मौत तक हो गई.
उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी को अपनी ही पार्टी के लोगों ने समझा और उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया.
आरोपों की पोल खुली
राकेश सिन्हा ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने अपने जीते हुए विधायकों को षड्यंत्रपूर्वक दूसरे दल में भेजा. राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग तक करवाई. तब उन्हें खतरे का आभास क्यों नहीं हुआ?
उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी का इतिहास रहा है कि वह राज्य के खिलाफ षड्यंत्र और साजिश करते रहे हैं