Ranchi : कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पार्टी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव मिला. इसमें कई ज्वलंत मुद्दों को लेकर विचार-विमर्श किया गया. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने लैंड से संबंधित मामले, टीएसी गठन से संबंधित, रूपा तिर्की की संदेहास्पद मृत्यु की जांच कराने, किसानों का मामला सुलझाने और जेपीएससी घोटाले में शामिल अधिकारियों को दंडित करने की भी सलाह दी. इस दौरान सभी विधायकों ने कोरोना काल में सरकार के कार्य की सराहना भी की. प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने बातों को गंभीरतापूर्वक सुनकर प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त कराया कि इन सभी मुद्दों पर जल्द कार्रवाई की जायेगी.
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राज्यपाल को आगे कर बीजेपी कर राजनीति
इस मौके पर विधायक बंधु तिर्की ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल को आगे करके बीजेपी राजनीति कर रही है. साथ ही भाजपा द्वारा संघीय ढांचे पर प्रहार कराया जा रहा है. एक चुनी हुई सरकार को नीचा दिखाने की कोशिश की जा रही है, जबकि वर्तमान सरकार शुरू से ही टीएसी गठन को लेकर प्रयासरत है. परंतु सरकार की भेजी गई फाइल को दो-दो बार राजभवन से लौटा दिया गया. अब डेढ़ वर्ष बीत गए. इतने दिनों तक भाजपा के किसी नेता द्वारा टीएसी गठन को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया. भाजपा आदिवासी हितैषी होने का झूठा नाटक कर रही है, जबकि सच्चाई यह है टीएसी के गठन नहीं होने से ट्राइबल सब प्लान की राशि का खर्च नहीं हुआ और झारखंड के आदिवासी डेढ़ वर्षों तक इसके लाभ से वंचित हैं. जब सरकार गठन की ओर आगे बढ़ रही है तो बीजेपी हाय तौबा मचा रहे हैं जबकि इनकी पार्टी की सरकार द्वारा 2006 में छत्तीसगढ़ में टीएसी नियमावली पर इसी प्रकार की बदलाव की गई थी, जिसे माननीय हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी सही माना था. इस प्रतिनिधिमंडल में विधायक बंधु तिर्की, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सांसद गीता कोड़ा, विधायक राजेश कच्छप, विधायक भूषण बाड़ा और विधायक सोनाराम सिंकू शामिल थे.
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