Ranchi: राजधानी रविवार को मां दुर्गा की विसर्जन शोभायात्रा की सतरंगी छटा से गुलजार रही. दोपहर बाद से ही पूजा पंडालों में ढोल-ढाक और तासा बजने लगे. महिलाओं ने मां का खोइंछा भरा, सिंदूर खेला. इसके बाद बड़े-छोटे वाहनों पर मां सहित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को विराजमान किया गया. शाम चार बजे के बाद एक-एक पंडालों से गाजे-बाजे के साथ यात्रा निकली, तो वातावरण में मनोहारी छटा छा गयी. भक्ति रंग से शहर का कोना-कोना दमक उठा. कांधे चुनड़ी, माथे साफा पहने विविध पूजा समितियों के पदाधिकारी और सदस्य अगुवाई करते हुए तन कर बढ़े तो पीछे से वाहनों पर आभा बिखेरती प्रतिमाओं का कारवां भी सरकने लगा. ढोल-तासा के साथ भक्ति गीता पर नाचते-झूमते श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था.
मां के जयकारों से वातावरण गूंज उठा
अल्बर्ट एक्का चौक पर शाम साढ़े चार बजे सबसे पहले बिहार क्लब की शोभायात्रा गुजरती. इसके बाद चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति मेन रोड की भव्य शोभायात्रा रंग-जमाते बढ़ी. पीछे से आरआर स्पोर्टिंग क्लब, यूथ क्लब महावीर चौक, त्रिकोण हवन कुंड सुभाष चौक, श्रीदुर्गा पूजा समिति भुतहा तालाब, भारतीय युवक संघ बकरी बाजार सहित कई पूजा समितियों की शोभायात्रा की लंबी कतार लग गयी. मां के जयकारों और वाद्ययंत्रों की मधुर स्वरलहरियों से वातावरण गूंज उठा. सत्य अमर लोक हरमू रोड, शक्तिस्रोत संघ गाड़ी खाना, प्रगति प्रतीक क्ल्ब, किशोरगंज सहित कई पूजा समितियों की शोभायात्रा देर शाम तक बड़ा तालाब पहुंची. बरियातू, कांके रोड, बूटी मोड़, कांटाटोली, चुटिया, अरगोड़ा, नामकुम, टाटीसिल्वे, डोरंडा, धुर्वा आदि इलाकों में विराजमान मां की प्रतिमा का विसर्जन भी शोभायात्रा के रूप में शहर के विभिन्न जलाशयों में किया गया.
आशीष मांगने को ठिठके राहगीरों के पांव
विसर्जन यात्रा जिधर से गुजरती सड़क के दोनों किनारे राहगीर ठिठक जाते. हाथ जोड़ मां का दर्शन कर आशीष मांगते. मां की विदाई का मनोरम दृश्य देखने में खो से जाते. गली-कूचों से लेकर शहर के प्रमुख चौक-चौराहों तक देर शाम तक कुछ ऐसा ही नजारा रहा. भक्ति की बानगी ऐसी कि सड़क जाम के बाद भी लोग ने जल्दी न करते हुए आराम से मां की मनोहारी छटा को अपलक निहारते रहे. विसर्जन शोभायात्रा के यादगार लम्हों को सहेजने, सोशल मीडिया में साझा करने को श्रद्धालु बेताब रहे. फोटो लेने और वीडियो बनाने की होड़ सी लगी रही. युवाओं के लिए तो इसका अलग ही क्रेज रहा.
मातृशक्तियों ने किया भक्ति और शौर्य का प्रदर्शन
यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाओ ने भी भागीदारी निभायी. रास्ते भर भक्ति गीतों पर जमकर नाची-झूमी. चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति की शोभायात्रा में मातृशक्तियों ने तलवार लेकर हिस्सा लिया. घोड़े और बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार हो भक्ति के साथ शौर्य का भी प्रदर्शन किया.यात्रा में शमिल युवाओं का उत्साह और भक्ति देखते ही बन रहा था. कहीं ढोल-ताशे की थाप पर तो कहीं डीजे पर बज रहे भजनों पर नौजवान दिन-दुनिया से बेखबर हो रास्ते भर जमकर नाचे-झूमते रहे. जलाशयों पर मां दुर्गा सहित सभी देवी-देवताओ की नेम-निष्ठा से आरती उतारी गयी. पूजा समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों ने इसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. पूजन-आरती के बाद एक-एक कर प्रतिमाओं को जल में उतारा गया.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पूजा समितियों की शोभायात्रा के साथ पुलिस के जवान साथ-साथ चल रहे थे. यातायात व्यवस्था संभालने के साथ किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मुस्तैद थे. चाक-चौबंद व्यवस्था में प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से हुआ. चंद्रशेखर आजाद की यात्रा में रथ पर विराजमान जीवंत झांकी ने सब का मन मोहा. कलाकारों ने श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी संग हनुमान जी का रूप धर श्रीराम दरबार की आभा बिखेरते रहे. किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से जलाशयो में तैराक और बोट की समुचित व्यवस्था की गयी थी. साथ ही गहरे पानी पर लाल फीता बांध, खतरे का निशान इंगित किया गया था, ताकि लोग तय सीमा से बाहर न जाएं. बड़ा तालाब में एसडीएम सहित आला अधिकारी भी मौजूद थे. पुलिस के जवान भी सुरक्षा में तैनात किए गए थे. मोटरसाइकिल से भी गश्त की जा रही थी.
युवा दस्ता ने लगाया स्वागत शिविर
अल्बर्ट एक्का चौक, बड़ा तालाब सहित शहर के विभिन्न स्थानों पर सेवा शिविर लगा विसर्जन शोभायात्रा में शामिल पूजा समिति के पदाधिकारियों, सदस्यो और श्रद्धालुओं का स्वागत किया गया. बड़ा तालाब में युवा दस्ता की ओर से लगाए गए शिविर में राजीव रंजन मिश्रा, पूर्व सांसद यदुनाथ पांडेय सहित बड़ी संख्या में दस्ता पदाधिकारी और युवा मौजूद थे.
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