Ranchi : झारखंड के अभिभूत महाविद्यालयों में कार्यरत अनुबंध शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने आज राज्यपाल और राज्य सरकार के निर्णय के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. यह पैदल मार्च राजभवन से शुरू होकर फिरायालाल चौक तक गया, जिसमें राज्य के विभिन्न जिलों से आए दर्जनों कर्मचारी शामिल हुए.
प्रदर्शन का मुख्य कारण राज्यपाल द्वारा लिया गया हालिया निर्णय है, जिसके तहत अभिभूत महाविद्यालयों में नामांकन और शिक्षण कार्य पर रोक लगा दी गई है. इस फैसले के चलते इन महाविद्यालयों में कार्यरत कई अनुबंध कर्मचारी अचानक बेरोजगार हो गए हैं.
प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर तख्तियों और बैनरों के माध्यम से नारेबाज़ी की और लोगों से भीख मांगकर अपना विरोध दर्ज कराया. उनका कहना था कि राज्यपाल का यह फैसला अन्यायपूर्ण है और इससे उनके जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ा है.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि राज्यपाल ने तो आदेश दे दिया, लेकिन हमारे लिए कोई विकल्प नहीं छोड़ा. हम बिना किसी गलती के सजा भुगत रहे हैं. हमारी रोज़ी-रोटी छिन गई है और सरकार ने हमारी सुध तक नहीं ली.
कर्मचारियों ने सरकार से मांग की कि या तो उन्हें वैकल्पिक रोजगार उपलब्ध कराया जाए, या फिर अभिभूत महाविद्यालयों में नामांकन प्रक्रिया और शिक्षण कार्य को पुनः प्रारंभ किया जाए, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित रह सके. यह पैदल यात्रा न केवल विरोध का प्रतीक थी, बल्कि सरकार और शिक्षा विभाग के प्रति कर्मचारियों की गहरी नाराज़गी को भी दर्शा रही थी.