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गुमला जिला परिषद के क्लर्क और ब्रजेश के बीच बातचीत से 50 करोड़ के टेंडर मैनेज करने का खुलासा

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Ranchi : गुमला जिला परिषद द्वारा प्रकाशित टेंडर में से 50% से अधिक टेंडर मैनेज कर लिया गया है. ब्रजेश नामक एक व्यक्ति और जिला परिषद के क्लर्क रंजीत के बीच हुई बातचीत का रिकार्ड इससे संबंधित प्रमाण है. ब्रजेश और रंजीत के बीच बामदा में स्वास्थ्य उप-केंद्र के टेंडर को मैनेज करने के लिए किसी को टेंडर प्रक्रिया से हटाने की बातचीत भी हुई. लेकिन वहां बात नहीं बनने की वजह से रंजीत इस मामले में सर से बात करने के बाद फैसला करने की बात कहता है. बातचीत में सर शब्द का उपयोग संभवतः जिला परिषद के जिला अभियंता बलि उरांव के लिए किया जा रहा है. क्योंकि टेंडर प्रकाशित करने से निपटाने तक में जिला अभियंता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

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जानकारी के मुताबिक गुमला जिला परिषद ने दो टेंडर प्रकाशित किये. दोनों टेंडरों में शामिल निर्माण कार्यों की लागत करीब 50 करोड़ रुपये की बीच है. जिला परिषद द्वारा प्रकाशित एक टेंडर में 42 योजनाओं को शामिल किया गया है. इसमें से 41 योजनाएं जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्वास्थ्य उप-केंद्रों के निर्माण और एक काम उरांव होस्टल के Renovation का है. 
एक स्वास्थ्य उप-केंद्र की लागत 55.50 लाख रुपये आंकी गयी है. होस्टल के जीर्णोद्धार की लागत 91.39 लाख रुपये आंकी गयी है. इन योजनाओं के लिए टेंडर डालने के लिए 18 जुलाई से 24 जुलाई 2025 तक का समय था. 25 जुलाई 2025 को टेंडर खोलना था.
जिला परिषद द्वारा प्रकाशित दूसरे टेंडर में पांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण (PHC) के अलावा टांगी नाथ धाम के जीर्णोद्धार को शामिल किया गया है. एक प्राथमिकी स्वास्थ्य केंद्र की लागत 1.40 करोड़ और टांगी नाथ धाम के जीर्णोद्धार की लागत 2.09 करोड़ रुपये आंकी गयी है.
प्रकाशित विज्ञापन के मुताबिक टेंडर डालने की लिए 10-16 जुलाई तक का समय था. 17 को टेंडर खोलना था. रंजीत और ब्रजेश की बातचीत से यह पता चलता है कि टेंडर खोले जाने के पहले उसे मैनेज करने का काम शुरू कर दिया गया था. साथ ही इन लोगों को बिड में कोर्ट किये गये रेट की भी जानकारी थी. 

क्लर्क रंजीत और ब्रजेश नामक व्यक्ति के बीच बातचीत का ब्योरा

ब्रजेश - हैलो.
रंजीत- हां, ब्रजेश जी.
ब्रजेश- अरे मनोज वाला चेक काटा है हो ?
रंजीत- हां, उसको पेमेंट कर दिये हम. शनिवारे को पेमेंट किये हैं.
ब्रजेश- बोलता है कि होबे नहीं किया है.
रंजीत- ना, ना, शनिवारे को किये हैं. हम अपना हाथ से किये हैं. दूसरा कोई करता तब ना. शनिवार को भेजे हैं तो आज या कल आ जायेगा.
ब्रजेश-  हां हां. आज कल में आइये ना जायेगा. RBI भी करता होगा तो दिन में आ जायेगा.
रंजीत - बोल रहे हैं कि, हैपी कंस्ट्रक्शन वाला जो है , आप ही ना कर रहे हैं.
ब्रजेश - हूं.
रंजीत - बोल रहे हैं कि उसका तुनजो में है कि बामदा मैं है.
ब्रजेश - बामदा.
रंजीत - बामदा लेना है ? तुंजो में नहीं ?
ब्रजेश- तुंजो तो मेस है ना जी. देखिये 32 गो जो मैनेज किया है ना तुंजो उसके बाहर का है.
रंजीत- अच्छा आप ही एगो रास्ता बताईयेना. इसमें एगो मनोज कुमार केवट बामदा में है. समझ गये. एगो बद्री कमर टोली में है. बद्री करम टोली तो मनोज सिंह का है. इसको  एकठो को एडजस्ट करने बोल रहे थे हम आपको.
ब्रजेश- कहां पर ?
रंजीत - ऊ तो बामदा में नहीं हो पायेगा. बामदा में उ डाला है.
ब्रजेश - बामदा तो शिड्यूल है. वहां तो शैलेंद्र डाला है. उसको कैसे हटाइयेगा. तुंजो में है मनोज केवट ?
रंजीत - नहीं ना है. होता तो होईये जाता उपाय. फिर ऊ एथी में है. बद्री करम टोली में.
ब्रजेश- बदरी करम टोली में मनोज सिंह है. शिड्यू में है. सुजीत पांडेय डमी है.
रंजीत- कैसे करें ? एगो वही गड़बड़ा रहा है.
ब्रजेश- मनोज केवट का एक्सपिरियेंस भी फेल है.
रंजीत- अरे एगो ना फेल है. बाउंड्री वाले में गेट भी दिया है. एगो ना फेल है.
ब्रजेश - सब फेल है.
रंजीत - कैसे फेल है. 23 में काम किया है तो.
ब्रजेश- तो बाउंड्री वाले का भी Same nature में लाइयेगा.
रंजीत- बोल रहे हैं कि बाउंड्री वाले में ब्रिक्स का काम तो है.
ब्रजेश- उसको हम डलवाये हैं टेंडर. उसको बोले कि बढ़िया जगह में घाघरा-ओघरा में मत डालना. ऊ डाल दिया मनोज सिंह में तो फलना में.
रंजीत- उसका एगो तो फेल है. हम जानते हैं.
ब्रजेश- ग्रामीण विकास का.
रंजीत - हां. ऊ तो डाउटफुल है. बाउंड्री वाला Consider करने पर है. Consider करते हैं कि नहीं करते हैं.
ब्रजेश- उसको बामदा से हटा दीजियेगा तो कहां मिलेगा. मिलबे नहीं करेगा. तुंजो तो बाहर है. और ऊ Less में हैं.
रंजीत- कितना डाला है.
ब्रजेश- तुंजो 12-13% होगा.
रंजीत - बाप रे बाप. बेकार है जी. नीलू कंस्ट्रक्शन के साथ है. ऊ भी Less डाला होगा.
ब्रजेश- नीलू भी Less है. उसमें अनमोल था डमी. लक्ष्मी देवी थी शिड्यूल. लक्ष्मी देवी को आप लोग हटा दिये.
रंजीत- हां. इसमें आपका दिमाग़ कुछ और काम कर रहा है. हैपी दोइयेगो में डाला है की.
ब्रजेश- हैपी डाला है मुकुंदा, तुंजो, बामदा में. 
रंजीत - मुकुंदा में तो लड़ाई है. उसमें पूरे को खोल दे रहे हैं. इसी तीन गो में तो है हैपी. तब तो मुश्किल है. सर से बात करके देखते हैं.
ब्रजेश - अभी केवट को हटाइये ना. केवट से हम बात करते हैं.
रंजीत- बतिया ना लेते. लिखवा कर दे देते. फ़ाईल तैयार करने का डेडलाइन देवल है. बोलिये कि तुम्हारा Experience  जाली है. मनोज सिंह लिखित दे दिया है. लिखित दे दिया है तो बिना जाँच किये Qualify  नहीं कर सकेते हैं.
ब्रेजश- ठीक है.

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