Kolkata : पश्चिम बंगाल के सीतलकूची (कूचबिहार जिला) इलाके में सीआईएसएफ द्वारा फायरिंग किये जाने की घटना की न्यायिक जांच के अनुरोध को लेकर सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय में दो जनहित याचिकाएं दायर किये जाने की खबर है. बता दें कि घटना में चार व्यक्तियों की मौत हो गयी थी. य़ाचिकाकर्ताओं ने मारे गये लोगों के परिजनों को उचित मुआवजा देने का भी अनुरोध किया है.
घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग
एक याचिकाकर्ता के वकील फिरदौस शमीम ने कहा कि अदालत से अनुरोध किया गया है कि सीआईएसएफ की उस कंपनी को पश्चिम बंगाल में चुनाव की ड्यूटी से हटाने का आदेश दिया जाये, जिसके जवानों ने सीतलकूची में गोली चलाई थी. घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की गयी है. एक अन्य याचिकाकर्ता के वकील रविशंकर चटर्जी ने बाद में कहा कि इस मामले को एक खंडपीठ के सामने शुक्रवार को पेश किया जा सकता है, जिसकी अध्यक्षता मुख्य न्यायाधीश टीबी एन राधाकृष्णन करेंगे.
केंद्रीय बलों ने सही जवाब दिया : राहुल सिन्हा
भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने सोमवार को कूच बिहार हिंसा को लेकर कहा कि केंद्रीय बलों को चार नहीं बल्कि आठ लोगों को गोली मारनी चाहिए थी. कहा कि ममता बनर्जी उन लोगों की नेता हैं, जो लोगों को वोट डालने से रोकने के लिए गलत हथकंडे अपना रहे हैं.
बदमाश लोग अपनी सत्ता स्थापित कर लोगों को उनके लोकतांत्रिक अधिकारों से वंचित करने की कोशिश कर रहे हैं, जैसा कि सीतलकूची में हुआ. राहुल सिन्हा के अनुसार केंद्रीय बलों ने सही जवाब दिया. अगर ऐसा फिर होता है तो वे फिर जवाब देंगे.