Ranchi: राजधानी के कुसुम विहार मोरहाबादी के रहने वाले सुधीर कुमार पिछले दो दिनों से अपने मृत ससुर साधु शरण ठाकुर के शव की तलाश कर रहे हैं. लेकिन अब तक शव नहीं मिला है. एक तो अपनों को खोने का गम दूसरा तरफ शव भी ना मिलने की चिंता. साधु शरण 15 अप्रैल को रिम्स में भर्ती हुए थे जहां दो घंटे के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया.
परिवार के पांच लोग हैं कोरोना संक्रमित
72 वर्षीय साधु शरण ठाकुर कोरोना संक्रमित पाये गए थे. इसके बाद 15 अप्रैल की रात 10 बजे उन्हें रिम्स के डॉ सीबी शर्मा के यूनिट में भर्ती कराया गया था. भर्ती करने के महज 2 घंटे के बाद ही उनकी मौत हो गई. इनके परिवार के पांच अन्य लोग भी कोरोना संक्रमित हैं. साधु शरण ठाकुर की पत्नी भी कोरोना संक्रमित हैं,
शव की नहीं ले रहा है कोई जिम्मेदारी,इधर- उधर भटका रहे हैं रिम्स के कर्मचारी
वहीं मृतक के दामाद ने कहा कि शव को लेकर कोई रिम्स का कर्मचारी जिम्मेदारी नहीं ले रहा है. सब इधर से उधर दौड़ने पर मजबूर कर दिया हैं. उन्होंने कहा की रिम्स के रजिस्टर में मृतक के नाम की इंट्री की गयी है. उसके ठीक बगल में लिखा गया है कि “मैंने अपने मरीज का शव पाया” लेकिन वहां ना तो हस्ताक्षर है और ना ही शव प्राप्त करने का समय लिखा हुआ है. ऐसे में शव गया कहां इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.