2009 में शुरू हुई थी योजना, अबतक पूरा नहीं हुआ काम, योजना लागत में 184 करोड़ की हो चुकी है वृद्धि
2021 में शहर के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति शुरू करने की थी योजना, कनेक्शन देने का काम ही नहीं हो पाया शुरू
Ranchi : राजधानी रांची में शहरी जलापूर्ति योजना फेज-2ए, अरबन मिशन जलापूर्ति योजना से मई में जलापूर्ति शुरू होना था. 85 किलोमीटर डिस्ट्रब्यूशन एवं 35 किलोमीटर राइजिंग पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हो गया है. 5 नव निर्मित एवं पुराने जलमीनार तक पानी पहुंचाया गया है. टोपोग्राफी के माध्यम से पाइप लाइन का सर्वे भी शुरू हो गया था. हाउसहोल्ड का मैनुअल सर्वे शहर के कई इलाकों में चल रहा था. मगर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों की वजह से शहरी जलापूर्ति योजना का काम तकरीबन बंद हो गया है. शहर के कई इलाकों में पाइप लाइन बिछाने का काम नहीं हो पा रहा है.
शहरी जलापूर्ति योजना के तहत मार्च तक कम से कम दो लाख नए एवं मिसिंग एरिया (उपभोक्ताओं) में जलापूर्ति शुरू होनी थी. पाइप टेस्टिंग कार्य चल रहा था.पाइप विभिन्न वार्डों के गली-मोहल्लों में बिछाए जा रहे थे. डिस्ट्रीब्यूशन पाइपलाइन का काम 45-57 फीसद ही पूरा हुआ है. नगर निगम को इससे जुड़े क्षेत्रों में वाटर कनेक्शन करने का निर्देश दिया जाना था. तभी कोरोना संक्रमण तेजी से फैलने लगा. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में दो दर्जन इंजीनियर व कर्मी संक्रमित हो गए. जिस वजह से जलापूर्ति योजना का काम पूरी तरह से रोक दिया गया है.
2009 से चल रहा है योजना पर काम, लागत में हो चुकी है 184 करोड़ की वृद्धि
रांची शहरी जलापूर्ति योजना का पहला चरण (फेज-1) वर्ष 2009 में शुरू किया गया था. 2013 में योजना पूरी करने के निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध आज तक योजना अधूरी है. इस बीच 288 करोड़ रुपये की मूल लागत वाली योजना बढ़ कर 472 करोड़ रुपये हो गयी है. यानी, योजना की लागत में अब तक 184 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. एक दशक से योजना पर काम चल रहा है, मगर योजना पूरा नहीं हो पा रही है. शहर के कई इलाकों में इस योजना से गर्मी के पहले जलापूर्ति शुरू होनी थी, तभी कोरोना संक्रमण की वजह से काम धीमा हो गया. योजना से जलापूर्ति कबतक शुरू हो पाएगी? इस सवाल का जवाब किसी भी जिम्मेवार के पास नहीं है.
55 वार्ड में 500 किलोमीटर पाइप लाइन बिछायी जायेगी
शहरी पेयजलापूर्ति योजना फेज-2ए के तहत हरिहर सिंह रोड, बरियातू, पहाड़ टोली, खेलगांव, लोआडीह, कोकर, चुटिया, नामकुम, अनंतपुर, नेपाली बस्ती, कृष्णापुरी, सिरमटोली, रांची स्टेशन, कांटाटोली, पुरुलिया रोड, लालपुर, अहिरटोली, लोअर बाजार, चर्च रोड, करबला चौक व अरगोड़ा इलाके में लगभग 500 किमी तक पाइप लाइन बिछना है. हरमू व एचईसी आवासीय परिसर में पाइप लाइन बिछाने का काम तकरीबन पूरा हो गया है. कई क्षेत्र में पाइन लाइन की टेस्टिंग भी हो गई है. आवास में कनेक्शन देकर जलापूर्ति शुरू होना है.
रूक्का डैम से ही शहरी जलापूर्ति योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों तक पहुंचेगा पानी
-रूक्का से 23 किमी दूर, पानी यूजीआर (अंडरग्राऊंड रिजर्ववायर)-1 कांके के सुकुरहुटू पहुंचेगा. जिसकी क्षमा 3.59 लाख लीटर है.
– यूजीआर-1 सुकुरहुटू से यूजीआर टू- प्रबुद्ध नगर दलादली पहुंचेगा. जिसकी क्षमता 3.71 मिलियन गैलन है. इसके राइजिंग पाइप लाइन की दूरी 12 किमी.
-यूजीआर टू से तीन नए जलमीनार पुंदाग, हरमू चापू टोली, एवं डीबडीह जलमीनार पहुंचेगा.
-यूजीआर टू से ही पुराना जलमीनार पिस्का मोड़, हरमू हिल टॉप एवं जगरनाथपुर संप पहुंचेगा.
किस जलमीनार से किस एरिया के कितने लोगों को मिलेगा पानी
पुंदाग जलमीनार : पुंदाग व आसपास के करीब 20 हजार से अधिक हाऊस होल्ड.
हरमू चापू टोली : न्यू हरमू एरिया, न्यू पुंदाग, कटहल मोड़ व आसपास के करीब 25 हजार हाऊसहोल्ड.
डीबडीह जलमीनार : अरगोड़ा, अशोक नगर, डिबडीह, गौरीशंकर नगर व आसपास के करीब 25 हजार से हाऊसहोल्ड.
पिस्का मोड़ जलमीनार : पिस्का मोड़, हेहल, हेसल, पंडरा, कमड़े, फ्रेंडस कॉलानी, आईटीआई रोड, मधुकम व आसपास के करीब 30 हजार से उपर हाऊस होल्ड.
हरमू हिल टॉप जलमीनार : पूरा हरमू एवं हरमू हाऊसिंग कॉलोनी व आसपास के करीब 30 हजार से ऊपर के हाउसहोल्ड.
जगरनाथपुर संप : पुरा जगरनाथपुर एरिया, सेल सिटी, एचईसी धुर्वा के कुछ पार्टस व आसपास के करीब 30 हजार से ऊपर के हाउसहोल्ड.