Ranchi : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के लगभग सभी विभाग सुनसान हो गए हैं. अस्पताल के अधिकांश विभाग को कोविड वॉर्ड में तब्दील कर दिया गया है. औसतन कोरोना काल से पूर्व जहां 100 के करीब मरीज प्रतिदिन रिम्स के अलग-अलग विभागों में भर्ती होते थे. वहीं अब इसकी संख्या घटकर 10 से 15 बीच सिमट गयी है.
रिम्स का सुपरस्पेशलिटी विभाग जहां कार्डियोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी, यूरोलॉजी जैसे महत्वपूर्ण विभाग है. इसे भी कोविड वॉर्ड में तब्दील कर दिया गया है. वर्तमान में CTVS विभाग में कोविड मरीजों के लिए 18 बेड है. इनमें 17 बेड पर कोविड मरीजों का इलाज चल रहा है. जबकि कार्डियोलॉजी विभाग में 36 बेड है. सभी बेड पर कोविड के मरीज भर्ती हैं. कमोबेश इस बिल्डिंग के यूरोलॉजी विभाग का भी हाल CTVS और कार्डियोलॉजी की तरह ही है. CTVS विभाग के डॉ अंशुल कुमार ने बताया कि विभाग में आने वाले गंभीर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. अधिकांश मरीजों को फोन से बात कर उनके समस्या के अनुरूप परामर्श दिये जा रहे हैं.
कभी न्यूरो सर्जरी विभाग के फर्श पर भी होता था मरीजों का इलाज, अब पूरा वॉर्ड सुनसान
कोरोना काल से पूर्व रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग का लोड सबसे अधिक होता था. यहां अधिकांश मरीज जान बचाने की उम्मीद से आते हैं. इस विभाग में वार्ड में मरीजों का इलाज तो होता ही था. इसके अलावा वार्ड के बाहर कॉरिडोर में भी दर्जनों मरीज का फर्श पर इलाज होता था. लेकिन वर्तमान में न्यूरो सर्जरी विभाग भी सुनसान है. न्यूरो एचडीयु में 15 बेड में चार मरीज भर्ती हैं. जबकि न्यूरो आईसीयू में 14 बेड में 6 मरीजों का इलाज चल रहा है. वार्ड में 23 बेड हैं, इनमें से आधे बेड पर ही मरीज भर्ती हैं.
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कोविड मरीजों के लिए बढ़ाया गया बेड
रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अधिकांश विभाग को कोविड वार्ड में तब्दील कर दिया गया है. जहां पहले सामान्य मरीज भर्ती होते थे, वहां अब कोरोना के मरीजों को रखा जा रहा है.
आउटडोर बंद है और इमरजेंसी चल रहा है. इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है. ऐसे मरीजों के लिए सभी विभागों में कुछ बेड को सुरक्षित रखा गया है.