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कोरोना का कहर : टूट चुका है अरविंद का परिवार, तीन अपनों को छीन लिया महामारी ने

Ranchi : कोरोना हमारे परिवार पर कहर बनकर टूटा है. महामारी हमारे घर के एक नहीं बल्कि तीन-तीन लोगों को छीन लिया. बड़े भाई, मां और बहन को गंवाने के दौरान खुद भी कोरोना का शिकार बन गया. बड़ी मुश्किल से खुद रोग पर काबू पाया. भैया सतीश के कोरोना संक्रमित होने की सूचना मात्र ने मां की जान चली गई. यह बुरी खबर सुनते ही उनके प्राण-पखेड़ु उड़ गए. कोरोना की कहर को झेल चुके अरविंद कुमार यह बताते हुए आज भी उन दृश्यों को याद कर सिहर उठते हैं. उनके साथ काम करनेवाले रेलकर्मी बताते हैं कि इन घटनाक्रमों को याद कर उनकी मानसिक पीड़ा और बढ़ जाती है.

समाज के लोगों ने काट ली कन्नी

छूत की बीमारी होने के कारण समाज के लोग भी भयभीत होकर परिवार से कन्नी काट गए. इलाज से लेकर अंतिम संस्कार तक परिवार पर दुखों का पहाड़ बनकर टूटा. आखिर किसी तरह सभी कामकाज निपटाए गए. सतीश की पत्नी और बड़ी लड़की भी इस दौरान कोरोना से ग्रसित थीं. अरविंद और उनका परिवार चुटिया स्थित केतारी बागान में रहता है. दिवंगत बहन का परिवार चुटिया में है. अरविंद रेलवे मैकेनिकल का कर्मचारी हैं. उनका इलाज आर्किड अस्पताल में हुआ था.

परिवार के लोगों में गहरी निराशा

डीआरएम कार्यालय में तैनात ऑफिस सुपरिटेंडेंट सतीश का निधन 20 फरवरी 2021 को हुआ था. चुटिया में ही यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई थी. हमारे परिवार के संक्रमित होने से कोरोना का भय हमारी कॉलोनी पर छा गया था. मदद करनेवाले लोग भी कन्नी काटने लगे. इससे परिवार के लोगों में गहरी निराशा छा गयी थी. भतीजी भी संक्रमित हो गई थी. इससे हमारे परिवार सामाजिक सहयोग से पूरी तरह कट गए. घर के लोग बताते है कि रेलवे की कृपा से वह लोग जीवित हैं. लेकिन राजधानी समेत पूरे राज्य में यह महामारी फिर से भयावह रूप धारण कर रही है. लोगों की जान जा रही है. इससे डर और महामारी का दहशत फिर बढ़ गया है.

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