Chulbul
Ranchi : कोरोना का प्रतिकूल प्रभाव हर क्षेत्र में थोड़ा-ज्यादा देखने को मिल रहा है. कूरियर सर्विस सेक्टर भी इससे अछूता नहीं है. पोस्ट ऑफिसों में आने वाले कूरियर या डाक में 40% से अधिक तक की गिरावट आई है. काम रोस्टर पर चल रहा है, जिसके कारण डिलीवरी करने में थोड़ी देरी हो रही है. प्राइवेट कूरियर कंपनियों का हाल और बदतर है. रांची की प्राइवेट कूरियर कंपनियां जैसे DTDC, Blue Dart, Professional Courier, First Flight, Goodluck Courier आदि का कहना है कि कोरोना के कारण कूरियर सर्विस में 50% तक की गिरावट आयी है.
आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मैनपावर घटाई गई है. इससे डिलीवरी में अधिक समय लग रहा है. लोगों से शिकायतें अधिक आ रही हैं. कुछ के 2-4 ब्रांच बंद हो गए हैं, तो कुछ के पास डिलीवरी मैन ही नहीं है. ऐसे में जिनके नाम से पार्सल है कंपनी फोन कर उन्हें खुद आकर लेने जाने को कह रही है. कुछ कंपनियों ने सर्विस चार्ज में इजाफा भी किया है, तो कुछ बंद होने के कगार पर भी है.
पहले 2-3 दिन में पहुंचा देते थे पार्सल, अब एक सप्ताह से अधिक का लग रहा समय : प्रोफेशनल कूरियर
प्रोफेशनल कूरियर के रांची में सात ब्रांच थे. बढ़ते संक्रमण में 3 बंद हो गए. इन्होंने बताया कि कूरियर सर्विसेज में कोरोना के कारण 50% से भी अधिक की कमी आई है. आर्थिक तंगी के कारण स्टाफ कम करना पड़ा. इसके कारण डिलीवरी में देरी हो रही है. पहले 2-3 दिन में सामान रिसीवर तक पहुंचा दिया जाता था, पर अब एक सप्ताह या उससे अधिक समय लग रहा है. ग्राहकों से काफी शिकायते मिल रही हैं. 4 महीने से स्टाफ को वेतन संबंधित दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.
रिसिविंग पर हस्ताक्षर नहीं, अब ऑनलाइन फोटो अपलोड करने का स्कीम – DTDC
रांची में DTDC के एक ब्रांच के संचालक अमित कुमार ने बताया कि कूरियर सर्विसेज में कोरोना के कारण परेशानी बढ़ गई है. घरों में डिलीवरी पर लोग रिसीविंग पर हस्ताक्षर नहीं करना चाहते. ऐसे में कंपनी ने ऑनलाइन फ़ोटो अपलोड करने की स्कीम शुरू की गई है. पार्सल के साथ रिसीवर का फ़ोटो खींच कर हम वेबसाइट पर अपलोड कर डिलीवरी कन्फर्म कर रहे हैं. इसके साथ ही परिस्थितियों को देखते हुए हमने पिकअप सुविधा शुरू की है. जिनको भी दवाइयां कहीं डिलीवर करवानी हो, वे हमें संपर्क कर सकते हैं. हम घर तक जाकर उसे पिककर कूरियर करेंगे. परिस्थितियां को देखते हुए कंपनी ने 5% रेट भी बढ़ा दिया है. इससे सर्विसेज थोड़ी महंगी भी हो गई है.
सबसे ज्यादा आ रही दवाइयों के पार्सल बाकी सब ठप – गुडलक कूरियर
गुडलक कूरियर सर्विस का स्टाफ ने बताया कि कूरियर सर्विसेज में दूसरे शहरों में पार्सल डिलीवरी बुकिंग में भारी कमी आयी है. दुकानों और मार्किट के बंद होने से कई पार्सल हमे वापस लौटने पड़ रहे हैं. पर्सनल कूरियर लगभग 30% ही आ रहे हैं. सबसे अधिक दवाइयां के पार्सल ही आ रहे हैं. स्थिति इतनी खराब है कि 2-4 घंटे दुकान खोलकर वापस लौट जाते हैं.
जीपीओ में 44 पोस्टमैन रोस्टर पर काम कर रहे पार्सल की डिलीवरी वहीं, दूसरी तरफ शाहिद चौक स्थित जीपीओ (जेनरल पोस्ट ऑफिस) के एपीएम मेल शिवनाथ राम ने बताया कि कूरियर में ज्यादा कमी नही आई है. पर्सनल या घरों के कूरियर में पहले के मुकाबले कमी आई है. पोस्ट ऑफिस में 44 पोस्टमैन रोस्टर पर काम कर रहे हैं. हर दिन ट्रेन से डाक आ रहा है. इसे सैनिटाइज कर पोस्ट मैन बांटने जाते हैं. ऑफिस में मौजूद पोस्टमैन ने बताया कि कोरोना के समय हमें कुछ परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है. संक्रमण के डर से कई लोग पार्सल ले तो रहे हैं पर हस्ताक्षर नहीं करते. ऐसे में मजबूरन हमें खुद हस्ताक्षर करना पड़ता है.