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सुरक्षाबलों के कैंप, थाना व पिकेट को निशाना बना सकते हैं भाकपा माओवादी

Ranchi: भाकपा माओवादी संगठन के नक्सली सुरक्षाबलों के कैंप थाना व पिकेट को निशाना बना सकते हैं. इसे लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने जिले के एसपी, एसएसपी और वाहिनी कमांडेंट को पत्र लिखा है. पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि भाकपा माओवादी संगठन की ओर से 8 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक खूनी सप्ताह,16 नवंबर से लेकर 20 नवंबर तक दमन विरोधी सप्ताह और 24 नवंबर से लेकर 30 नवंबर तक शहीद सप्ताह मनाए जाने का आह्वान किया गया है. इस दौरान भाकपा माओवादियों की ओर से रेलखंड, रेलवे संस्थान, रेलवे स्टेशन, पुल पुलिया, सुरक्षाबलों के कैंप, थाना पिकेट, मोबाइल टावर, कोल साइडिंग, पुलिस, एसपीओ को निशाना बना सकते हैं. इसे भी पढ़ें -योगेंद्र">https://lagatar.in/former-ag-ajit-kumar-opposed-to-yogendra-saws-bail-is-lobbying-for-bail/">योगेंद्र

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पुलिस मुख्यालय ने जारी किया एसओपी

उल्लेखनीय है कि इससे पहले कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं. जिनमें नक्सलियों के द्वारा छोटी घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस बल को वहां आने के लिए आमंत्रित किया जाता है, और उस स्थान पर आने जाने वाले मार्गो में लैंड माइंस लगाकर या एंबुश कर पुलिस बल को लक्षित कर काफी हानि पहुंचाई जाती है. इसको लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से एसओपी जारी किया गया है.

क्या है एसओपी

पुलिस मुख्यालय की ओर से जिले के एसएसपी,एसपी को जारी किए गए एसओपी में कहा गया है कि अपने-अपने जिला के सभी संवेदनशील पोस्ट, पिकेट, कैंप और सुरक्षा प्रतिष्ठान को चिन्हित कर हाई अलर्ट पर रखना सुनिश्चित करें. नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को एंबुश में फंसाने के लिए काले झंडे, बैनर, और पोस्टर लगाये जाते हैं. साथ ही इन जगहों पर आईईडी भी प्लांट कर दिया जाता है तो इन्हें हटाने में जल्दबाजी नहीं करें. सभी संवेदनशील क्षेत्रों में लगने वाले ग्रामीण बाजार जो, पुलिस पोस्ट के पास हैं, उसपर निगरानी रखी जाए और इन बाजारों में सुरक्षा बलों को नियमित आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया जाए. इसके अलावा कई तरह के एसओपी जारी किए गए हैं. इसे भी पढ़ें – फ्रांस">https://lagatar.in/report-of-mediapart-of-france-65-crore-bribe-in-rafale-deal-cbi-and-ed-were-also-aware/">फ्रांस

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