- सरकारी कामकाज का हर जगह एक ही हाल : जिन्हें सही लाभ मिलना चाहिए, उन्हें मिलता ही नहीं
सरकारी कामकाज का हर जगह यही हाल है. जिस काम में करोड़ों रुपये खर्च करने होते हैं, वह काम तेजी से शुरू होकर खत्म हो जाता है और ठेकेदार, अफसर, इंजीनियर सबको लाभ मिल जाता है. जिन्हें सही लाभ मिलना होता है, उन्हें मिलता ही नहीं. यही हाल घरों तक सप्लाई वाटर पहुंचाने का है. जलमीनार बन गये, पाइप लाइन बिछ गये, घरों तक नल पहुंच गया और पानी का पता ही नहीं. आता भी है, तो इतना भर कि बस किसी तरह एक-दो बाल्टी भर जायें. पढ़ें, यह रिपोर्ट...
लातेहार
120 घरों में लगा नल , पानी का अब भी इंतजार कर रहे लोग
- अधूरी है 44 करोड़ की लोध ग्रामीण जलापूर्ति योजना
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टाल मटोल जवाब देता है विभाग : मुखिया प्रदीप बड़ाईक
महुआडांड़ शहर के मुख्य बाजार से सटे दीपाटोली में आज भी आधा-अधूरा कनेक्शन किया गया है. दीपाटोली में आधी जगहों पर पानी की सप्लाई की जा रही है. वहीं आधी में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है. यहां करीब 120 घर हैं और आबादी तकरीबन 500 की है. ग्रामीण बताते हैं कि कई घरों में पाइप लाइन पहुंचा दिया गया है, लेकिन पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हो पायी. तत्कालीन उपायुक्त अबु इमरान ने इस जलापूर्ति योजना का निरीक्षण किया था और इसे सुचारू रूप से चलाने का निर्देश दिया था. हामी पंचायत के मुखिया प्रदीप बड़ाईक ने कहा कि योजना अभी तक चालू नहीं हो सका है. ग्रामीण बार-बार मुझसे सवाल करते हैं कि कब तक पानी मिलेगा. मैंने कई बार विभाग से इस संबंध में बात की है, लेकिन हर बार टाल मटोल जवाब मिलता है.हजारीबाग
शहर के सभी वार्डों में नल लगा, पर आज तक एक बूंद पानी नहीं मिला
Pramod Upadhyay शहर के सभी वार्डों में नल-जल योजना के तहत पानी देने की योजना थी. नल लगाने का काम तो बहुत तेजी से सभी वार्डों में पूरा कर लिया गया. क्योंकि इस पर करोड़ों रुपये खर्च करने थे. खर्च करने में बिल्कुल देरी नहीं हुई. एलएनटी कंपनी को टेंडर मिला था. लेकिन उन नलों से आज तक पानी की एक बूंद भी नहीं निकली.alt="" width="779" height="592" />
पानी की समस्या से लोगों को जल्द मिलेगी मुक्ति
वार्ड नंबर 25 के कुम्हार टोली में दो साल पहले नल लगाने का काम पूरा कर लिया गया था. लोग तभी से पानी आने का इंतजार कर रहे हैं. इस वार्ड में करीब 650 मकान है, जिसमें करीब 8000 परिवार रहते हैं. नल लगाने का काम नगर निगम की देख-रेख में किया गया. कोनार डैम से पानी शहर तक लाने की जिम्मेवारी भी एलएनटी कंपनी की है. दो साल बीत जाने के बाद भी लोगों को पानी नहीं मिल सका है. लोगों को पानी कब मिलेगा, इसकी जानकारी के लिए हमने नगर निगम के सहायक आयुक्त से बात की. उन्होंने बताया कि एलएनटी कंपनी को काम करना था और पानी पहुंचाना था. यह काम अभी चल रहा है. आने वाले दिनों में पानी की समस्या से लोगों को मुक्ति मिलेगी.पलामू
छतरपुर में पाइप लाइन बिछाये बिना खड़ी कर दी जल मीनार
Arun Kumar Singh बारिश के लिए रेन शैडो क्षेत्र माने जाने वाले इलाके का प्यासा शहर है छतरपुर. मार्च से जून-जुलाई महीने तक, साल के पांच महीने यहां की आधी आबादी पीने और नहाने का पानी जुगाड़ करने में बिता देती है. 10 रुपये कनस्तर पानी खरीदना या आधी रात के बाद से ही पेयजल स्रोतों पर पानी के लिए कतार लगाना, लोगों की नियति हो गयी है शायद! छतरपुर नगर पंचायत है, लेकिन कोई सिस्टम, कोई सरकार, कोई जनप्रतिनिधि, इस नगर में व्याप्त पेयजल किल्लत को दूर करने की ईमानदार कोशिश करते नहीं दिखते. इस साल तो, नगर पंचायत ने भी हाथ खड़े कर दिये और कुछ टैंकरों से जो पानी की आपूर्ति होती थी, उसे संसाधन का रोना रोकर बंद कर दिया.alt="" width="722" height="687" />
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