लोगों को राहत देने के बजाये सरकारी कंपनियां बढ़ा रही बोझ
कच्चे तेल के दाम लगातार घट रहे हैं. इसके बावजूद भी सरकारी तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के दाम नहीं घटा रहे हैं. लोगों को राहत देने के बजाये सरकारी कंपनियां मुनाफाखोरी में जुट गयी. जिसका असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है. कच्चे तेल के दाम जिस हिसाब से घट रहे हैं अगर तेल कंपनियां उसी तरह पेट्रोल-डीजल के दाम घटातीं. तो पेट्रोल 8 और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर सस्ता हो जाता. इसे भी पढ़े : रिम्स">https://lagatar.in/a-corona-patient-treated-in-rims-died-while-a-corona-infected-teenager-escaped-from-the-hospital/">रिम्समें इलाजरत एक कोरोना मरीज की मौत, वहीं एक कोरोना संक्रमित किशोरी अस्पताल से हुई फरार
3.33 डॉलर महंगा कच्चा तेल तो पेट्रोल 3.85 रुपये हुआ महंगा
बता दें कि अगस्त में कच्चा तेल 3.74 डॉलर प्रति बैरल सस्ता हुआ था. तब कंपनियों ने पेट्रोल के दाम सिर्फ 65 पैसे घटाये थे. वहीं सितंबर में कच्चा तेल 3.33 डॉलर प्रति बैरल महंगा हुआ तो कंपनियों ने पेट्रोल 3.85 रुपये महंगा कर दिया. नवंबर में कच्चे तेल की कीमतों में थोड़ी कमी आयी. लेकिन इसके बावजूद भी पेट्रोल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गये. आखिरी बार पेट्रोल के दाम 5 सितंबर को कम हुए थे, वो भी मात्र 15 पैसे . इसे भी पढ़े : आय">https://lagatar.in/disproportionate-assets-case-cbi-files-chargesheet-against-khadi-official-sunil-kumar/">आयसे अधिक संपत्ति मामला : CBI ने खादी के पदाधिकारी सुनील कुमार के खिलाफ दायर की चार्जशीट
केंद्र और राज्य सरकार के फैसले से आम जनता को थोड़ी राहत
मालूम हो कि केंद्र सरकार ने आम जनता को दिवाली से एक दिन पहले तोहफा दिया था. सरकार ने पेट्रोल पर 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की थी. जिसके बाद कई राज्यों ने पेट्रोल-डीजल पर वैट में कटौती की. इससे आम जनता को महंगे पेट्रोल-डीजल से थोड़ी राहत तो मिली. लेकिन अभी भी लोग पेट्रोल-डीजल की रिकॉर्ड कीमत से परेशान हैं. इसे भी पढ़े : बिग">https://lagatar.in/corona-also-knocked-at-big-bs-house-a-staff-corona-positive-in-jalsa/">बिगबी के घर भी कोरोना ने दी दस्तक, जलसा में एक स्टाफ कोरोना पॉजिटिव [wpse_comments_template]
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