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CUJ कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने किया कोरिया व जापान दौरा

Ranchi  केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) के कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास का 12 दिवसीय दक्षिण कोरिया और जापान दौरा शैक्षणिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से सफल रहा। प्रो. दास ने दक्षिण कोरिया के चार प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक, शोध और सांस्कृतिक सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण समझौते किए, जो इस प्रकार हैं   https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/Untitled-15-28.jpg"

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  1. हांकुक यूनिवर्सिटी ऑफ फॉरेन स्टडीज (HUFS)
मौजूदा एमओयू को 2030 तक बढ़ाया गया. हिंदी, कोरियाई, मैनेजमेंट, कंप्यूटर साइंस और सोशल साइंस में साझा कार्यक्रम. सैमसंग के 12 कर्मचारी अगस्त 2025 में सीयूजे आकर भारतीय संस्कृति, इतिहास और हिंदी सीखेंगे   https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/Untitled-14-29.jpg"

alt="" width="600" height="400" /> 2.    बुसान यूनिवर्सिटी ऑफ फॉरेन स्टडीज (BUFS) इंटर्नशिप, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग, मैनेजमेंट, सोशल साइंस और जनसंचार में संयुक्त कार्यक्रम क्वांगवून यूनिवर्सिटी सिविल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस और जनसंचार में साझा शैक्षणिक गतिविधियाँ शीघ्र आरंभ होंगी. 3. दोंगुक यूनिवर्सिटी निकट भविष्य में शैक्षणिक सहयोग की सहमति अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान   प्रो. दास ने तीन विश्वविद्यालयों में विशेष व्याख्यान दिए:
  • भारत की आर्थिक प्रगति, वैश्विक भूमिका और भारतीय ज्ञान परंपरा पर ज़ोर
  • भगवद्गीता और स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेने की सलाह
विद्यार्थियों से संवाद व प्रमाण पत्र वितरण
  • हिंदी भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाले 7 छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान
  • कोरिया में भारतीय समुदाय से मुलाकात
भारत-पाक संबंधों पर स्पष्टता
  • “भारत युद्ध नहीं चाहता, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त है
   दौरा का उद्देश्य
  • सिर्फ अकादमिक नहीं, बल्कि झारखंड के छात्रों को वैश्विक अवसर उपलब्ध कराना
  • एशिया के साझा सांस्कृतिक मूल्यों को लेकर सीयूजे की पहल
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में झारखंड की पहचान बनाने में प्रवासियों की भूमिका सराहनीय : सुदेश महतो

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