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CUJ के प्रो. संजय कुमार बने BIS सोलर वॉटर हीटर के विशेष पैनल संयोजक

Ranchi: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के एनर्जी इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर संजय कुमार समदर्शी को भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा सोलर वॉटर हीटर के मानकों के पुनर्मूल्यांकन के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल का संयोजक नियुक्त किया गया है. इस पैनल का उद्देश्य सोलर वॉटर हीटर की वर्तमान मानकों की समीक्षा कर उन्हें अधिक ऊर्जा-कुशल और प्रभावी बनाना है.


प्रो. समदर्शी, जो भारत सरकार के ऊर्जा शिक्षा संबंधी राष्ट्रीय टास्क फोर्स के सदस्य भी हैं. इस महत्वपूर्ण पैनल का नेतृत्व करेंगे. यह पैनल सोलर थर्मल फेडरेशन ऑफ इंडिया  द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों का मूल्यांकन करेगा, जिससे बीआईएस के सोलर वॉटर हीटर मानकों में आवश्यक संशोधन किए जा सकें.


इस आठ सदस्यीय पैनल में शामिल विशेषज्ञ हैं


•    प्रो. संजय कुमार समदर्शी (संयोजक), झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय
•    प्रो. अनीश मोदी, आईआईटी मुंबई
•    श्री विक्रांत यादव, राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान
•    श्री राजकुमार, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय, भारत सरकार
•    श्री मंजूनाथ उल्लूर, ईएमएमवीईई फोटोवोल्टाइक पावर लिमिटेड
•    श्री जयदीप मालवीय, सोलर थर्मल फेडरेशन ऑफ इंडिया
•    वी-गार्ड से एक प्रतिनिधि
•    रेकॉन सोलर से एक प्रतिनिधि


प्रो. समदर्शी के नेतृत्व में सीयूजे ने सोलर कुकर के लिए नए मानक विकसित किए हैं, जिनका परीक्षण और मूल्यांकन देश-विदेश की प्रतिष्ठित शोध संस्थाओं द्वारा किया गया है. ये मानक जल्द ही पूरे भारत में लागू किए जाने की प्रक्रिया में हैं.


इसके साथ ही प्रो. समदर्शी भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2023-24 में गठित राष्ट्रीय ऊर्जा शिक्षा टास्क फोर्स  के सदस्य हैं. यह टास्क फोर्स ऊर्जा क्षेत्र में उभरते रोजगार अवसरों के अनुरूप पाठ्यक्रम और शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान कर रही है. प्रो. समदर्शी इस टास्क फोर्स में शामिल होने वाले एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हैं.


हाल ही में उन्होंने इस टास्क फोर्स की रिपोर्ट आईआईटी दिल्ली  में आयोजित "फ्यूचर रेडी एनर्जी एजुकेशन: अवसर और चुनौतियां" कार्यशाला में प्रस्तुत की. इस कार्यशाला में सीयूजे का योगदान उल्लेखनीय रहा, जहां एक सत्र की अध्यक्षता स्वयं प्रो. समदर्शी ने की.


सीयूजे के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने प्रो. समदर्शी को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि यह विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पहचान को नई ऊंचाइयां प्रदान करेगा.


प्रो. समदर्शी वर्तमान में झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के एनर्जी इंजीनियरिंग विभाग में वरिष्ठ प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष हैं. साथ ही वे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस – ग्रीन एंड एफिशिएंट एनर्जी टेक्नोलॉजी (CoE-GEET) के समन्वयक भी हैं. यह केंद्र झारखंड का एकमात्र ग्रीन एनर्जी टेक्नोलॉजी केंद्र है, जिसे भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है.

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