मैलवेयर अटैक के बाद डेटा को रिकवर करना मुश्किल
Wiper मैलवेयर सबसे बड़ी चिंता का विषय है. क्योंकि इससे किसी भी सिस्टम में स्टोर डेटा को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है. डेटा को वापस से रिकवर करना भी मुश्किल है. रिपोर्ट के अनुसार, कुछ हैकिंग टूल्स को हाल ही में डेवलप किया गया है. उसी टूल से यूक्रेन पर साइबर हमला किया जा रहा है. इसे भी पढ़े : शेयर">https://lagatar.in/the-stock-market-recovered-after-the-catastrophe-sensex-opened-up-1078-points-stronger-asian-paints-shares-jumped-4-point-71-percent/">शेयरबाजार तबाही के बाद संभला, सेंसेक्स 1078 अंक मजबूत होकर खुला, एशियन पेंट्स के शेयर 4.71 फीसदी उछले
कई मशीनों पर मैलवेयर के एक नये डेटा-वाइपिंग पीस मिले
ESET रिसर्चर लैब्स ने बुधवार को यूक्रेन में कई मशीनों पर मैलवेयर के एक नये डेटा-वाइपिंग पीस का पता लगाया. हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस साइबर अटैक से कितने नेटवर्क प्रभावित हुए. ESET रिसर्च चीफ जीन-इयान बाउटिन ने कहा कि मैलवेयर के वाइपिंग काम करने में सफल होने के बारे में हम सिर्फ इतना अनुमान लगा सकते हैं कि ऐसा वास्तव में हुआ है और प्रभावित मशीनों को वाइप किया गया है. उन्होंने पीड़ितों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टारगेट का नाम उजागर नहीं किया. लेकिन उन्होंने कहा कि साइबर अटैक की चपेट में बड़े संगठन आये थे. इसे भी पढ़े : कांग्रेस">https://lagatar.in/congress-attacked-modi-government-20000-indians-trapped-in-ukraine-should-stay-where-they-are-because-the-government-is-busy-fighting-elections-right-now/">कांग्रेसने मोदी सरकार पर हल्ला बोला, यूक्रेन में फंसे 20,000 भारतीय जहां हैं, वहीं रहें, क्योंकि सरकार अभी चुनाव लड़ने में व्यस्त है
क्या है Wiper मैलवेयर?
Wiper मैलवेयर जिस सिस्टम को इंफैक्टेड करता है उसके सभी डेटा डिलीट हो जाते हैं. सबसे खतरनाक बात यह है कि डेटा को फिर से रिकवर नहीं किया जा सकता है. Wiper का सीधा मकसद है कि सिस्टम पूरी तरह से खत्म हो जाये. अन्य मैलवेयर की तरह Wiper मैलवेयर का काम पैसे चुराना या सिस्टम को कंट्रोल करना नहीं है. Wiper मैलवेयर का इस्तेमाल करने का मकसद सबूतों को मिटाना है. यानी जो भी सिस्टम का इस्तेमाल करता है वो दुनिया के सामने नहीं आना चाहता है. इससे यूजर्स के पास दावा करने के लिए कुछ भी सबूत नहीं बचते हैं. इसे भी पढ़े : रूस-यूक्रेन">https://lagatar.in/russia-ukraine-war-worldwide-gas-shortage-lpg-prices-may-increase-by-rs-10-15-petrol-will-also-be-costlier-by-rs-20/">रूस-यूक्रेनजंग : दुनियाभर में गैस की किल्लत, 10-15 रुपये बढ़ सकते हैं एलपीजी के दाम, पेट्रोल भी 20 रुपये होगा महंगा! [wpse_comments_template]

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