19 जून से खुलेंगे झारखंड के निजी स्कूल, पासवा का निर्णय
भूमि वर्ष 1976 में सरकारी बन्दोबस्ती से प्राप्त हुई है
मोहन मुंडा ने ईडी से किए शिकायत में कहा है कि यह भूमि मुझे राजस्व विभाग बिहार सरकार भूमि सुधार द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी रांची द्वारा परवाना से प्राप्त है. मैं अनुसूचित जनजाति का सदस्य हूं और भूमिहीन की श्रेणी में आता हूं. मुझे यह भूमि वर्ष 1976 में सरकारी बन्दोबस्ती से प्राप्त हुई है. जिसका सालों साल से रसीद अपने नाम निर्गत करते चला आ रहा हूं. राजबलम गोप पिता किशुन अहीर निवासी रातू झखराटौड़ थाना रातू जबरजस्ती अवैध रूप से इस भूमि को कब्जा कर रहे हैं और मैं जब भी जोत कोड़ के लिए जाता हूं. लाठी डंडा लेकर खड़े हो जाते हैं और जमीन लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर देते हैं. मैं एक गरीब अदिवासी हूं,जबकि राजबलम गोप एक दंबग व्यक्ति हैं. जिसके कारण मैं पूर्ण रूप से सरकारी भूमि पर खेती नहीं कर पा रहा हूं. श्रीमान से अनुरोध है कि राजबलम गोप विरूद्ध सख्त कानूनी कारवाई की जाये. मुझे मेरे बन्दोबस्त किये गये भूमि पर सरकारी अमीन द्वारा नापी कराकर सुरक्षा प्रदान किया जाये.दंबगों के अवैध कब्जे से जिला प्रशासन मुक्त नहीं करा सका है
मोहन मुंडा की 1.13 एकड़ जमीन पर दंबगों ने कब्जा कर लिया. मोहन मुंडा रांची जिला के रातू अंचल स्थित झखराटांड़ के रहने वाले हैं. भूमि रातू अंचल के मौजा रातू की है, जिसकी कीमत कई करोड़ बतायी जा रही है. उक्त भूमि पर दबंग राजबलम गोप के लोग बल पूर्वक कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं. भदवा मुंडा अपनी भूमि बचाने के लिये अंचल कार्यालय रातू, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची और रांची डीसी से भी गुहार लगा चुके हैं. लेकिन साल भर से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद मोहन मुंडा की भूमि से दंबगों के अवैध कब्जे से जिला प्रशासन मुक्त नहीं करा सका है. इसे भी पढ़ें -चक्रवाती">https://lagatar.in/cyclonic-storm-biparjoy-took-a-severe-form-will-reach-kutch-in-gujarat-on-june-15-125-135-km-winds-will-blow-at-an-hourly-speed/">चक्रवातीतूफान बिपरजॉय ने विकराल रूप लिया, 15 जून को गुजरात के कच्छ पहुंचेगा, 125-135 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी