Ranchi : नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सोमवार को झारखंड राज्य दफादार-चौकीदार पंचायत संघ ने विभिन्न मांगों को लेकर राजभवन के सामने अनिश्चितकालीन घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन शुरू किया. ये लोग सेवा विमुक्त सभी चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान दिलाने, 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत चौकीदार- दफादारों के आश्रितों की नियुक्ति समेत 6 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. मौके पर कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि चौकीदारी व्यवस्था में 95% अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग (1- 2) के लोग पुश्त-दर- पुश्त काम करते आ रहे हैं. चौकीदार- दफादारों के जितने पद रिक्त हैं, 95% इन्हीं वर्गों से रिक्त है. विज्ञापन में स्वीकृत पदों पर आरक्षण रोस्टर लगाया जा रहा है, जिसके कारण सेवानिवृत चौकीदार- दफादारों के आश्रित और सेवा विमुक्त चौकीदार 2% भी नौकरी नहीं पा सकेंगे. कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रदेश सचिव संजीव कुमार ने कहा कि जब तक हमारी मांगें सरकार पूरी नहीं करती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
क्या है 6 सूत्री मांगें
- चौकीदारों के रिक्त पदों पर विज्ञापन निकालकर नियुक्ति पर रोक लगाना.
- झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली-2015 के आलोक में 100 से 120 आवासीय घरों पर बीट सृजित करना.
- सेवा-विमुक्त सभी चौकीदारों को पुनः सेवा में योगदान कराने और 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत चौकीदार- दफादारों के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने हेतु भारतीय संविधान के अनुच्छेद-16 (4) की भावना के आलोक में तत्काल अध्यादेश जारी करना.
- वर्दी भत्ता प्रतिवर्ष 10 हजार रुपये करने .
- स्वैच्छिक सेवानिवृति का लाभ देने.
- ड्यूटी पर अपराधियों द्वारा मारे जाने या सड़क दुर्घटना में निधन होने पर 25 लाख रुपये अनुदान मिले.
इसे भी पढ़ें – सिमडेगा : PLFI के कमांडर रहे जगे उर्फ जगेश्वर समेत आधा दर्जन उग्रवादी गिरफ्तार
[wpse_comments_template]