- पिछले तीन वित्तीय वर्ष से नहीं बढ़ी है बिजली दर
- आयोग फिलहाल वित्तीय वर्ष 2021-22 पर कार्यवाही शुरू कर रहा है
- 5 रुपये तक है वृद्धि का प्रस्ताव
तीन वित्तीय वर्ष से नहीं बढ़ी है बिजली दर
वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए भी दिसंबर में जेबीवीएनएल ने बिजली टैरिफ बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था. मगर पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण आयोग में दो मेंबरों ने उपभोक्ताओं के पक्ष में फैसला देते हुए घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली टैरिफ में कोई बढ़ोतरी नहीं की. 2021-22 में आयोग डिफंक्ट होने के कारण इस वित्तीय वर्ष में भी कोई बढ़ोतरी नहीं हुई. वित्तीय वर्ष (2022-23) में 30 नवंबर तक आयोग ने जेबीवीएनएल के बिजली टैरिफ पर कोई निर्णय नहीं लिया. इसलिए अभी भी राज्य में 2019-20 वाला ही टैरिफ लागू है. इसके बाद जेबीवीएनएल ने वित्तीय वर्ष 23-24 के लिए गत दिसंबर में नया बिजली टैरिफ पेश किया. फिलहाल आयोग वित्तीय वर्ष 2021-22 के बिजली टैरिफ पर जनसुनवाई शुरू करने जा रहा है. इसके बाद वित्तीय वर्ष 22-23 एवं 23-24 पर जनसुनवाई करेगा या फिर समेकित रूप से तीनों वित्तीय वर्ष के टैरिफ पर निर्णय लेगा. यह पूरी तरह आयोग पर निर्भर करेगा.यह है वर्तमान बिजली दर (वर्ष 2019-20 वाली टैरिफ)
कैटोगरी वर्तमान दर मिल रही सब्सिडी (प्रति यूनिट) घरेलू ग्रामीण 5.75 4.25 घरेलू शहरी 6.25 2.75 इस तरह मिल रहा है उपभोक्ताओं को सब्सिडी- 0-100 यूनिट पूरी तरह फ्री
- 101-200 यूनिट पर सब्सिडी 2.75 रुपये
- 201-400 यूनिट पर सब्सिडी 2.05 रुपया
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