Deoghar : भारत सरकार के हस्तकला प्रभाग की ओर से देवघर में ट्राइबल कारीगरों के लिए एक दिवसीय प्रमंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में इन कारीगरों द्वारा निर्मित सामग्रियों से लोगों को अवगत कराया गया. साथ ही इन सामग्रियों की खरीद-बिक्री में आ रही परेशानियों को दूर करने को लेकर विचार विमर्श किया गया. कार्यक्रम में देवघर के उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री ने कहा कि इन कारीगरों को उनकी मेहनत के अनुरूप इनके द्वारा निर्मित सामानों का उचित मूल्य मिल सके, इसके लिए इन्हें e-मार्केट से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें-
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देवघर मार्ट के जरिये स्थायी बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास
उपायुक्त ने कहा कि जल्द ही इनके उत्पाद की ब्रांडिंग कर देवघर मार्ट के जरिये इनके उत्पादों को एक स्थायी बाजार दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. मौके पर मौजूद हस्तकला उप निदेशक ने कहा कि भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय अंतर्गत ऐसे कारीगरों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि कोविड के कारण इन्हें कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा है, लेकिन अब सारी गतिविधियों को फिर से पटरी पर लाते हुए इनमें से 40 कारीगरों का चयन कर उन्हें बेहतर डिजाइन आधारित कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसका उद्देश्य है कि इन्हें प्रतिदिन कम से कम ढाई से तीन सौ रुपये की कमाई हो सके. अच्छी कमाई होने से काम की तलाश में इनके पलायन पर भी रोक लगेगी. [wpse_comments_template]
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