alt="" width="300" height="138" /> ग्रामीणों और मिल प्रबंधन से वार्ता करते विधायक समीर महंती व अन्य.[/caption] इसे भी पढ़ें : पीएम">https://lagatar.in/big-breaking-pm-modi-announced-the-withdrawal-of-all-three-agricultural-laws-said-agitating-farmers-returned-to-their-homes/">पीएम
मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का किया ऐलान, कहा- आंदोलनरत किसान अपने घर लौटें लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला. ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन और पेपर मिल के मैनेजर को शव सौंप दिया. ग्रामीणों ने कहा कि शुक्रवार को पेपर मिल मालिक के आने के बाद मुआवजे पर वार्ता की जाएगी. आज दोपहर एक बजे से फिर वार्ता होगी. उचित मुआवजा मिलने के बाद ही मृतक के परिवार शवों का दाह संस्कार करेंगे अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मिल प्रबंधन मजदूरों की सुरक्षा के मानकों का ध्यान नहीं रखता है. इसलिए दुर्घटनाएं हो रही हैं. इधर, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने दोनों मृत महिलाओं के आश्रितों को 10 - 10 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि मिल प्रबंधन मजदूरों की सुरक्षा मानकों का पालन करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो. [wpse_comments_template]
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