Latehar: ऑल सोल डे (कब्र पर्व) को लेकर शनिवार को महुआडांड़ के ईसाई समुदाय के कब्रिस्तानों में विशेष विनती प्रार्थना का आयोजन किया गया. अम्बोटोली, गुड़गुड़टोली, बहराटोली, विश्रामापूर, गोठगांव, साले, रेगाई, कुरूद, कुरो कला, चम्पा और कुरूद ग्राम के कब्रिस्तान समेत सहित चर्च में प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया गया. मृत परिजनों को याद करने का पर्व ग्राम अम्बाटोली और शांतिपूर के सयुंक्त कब्रिस्तान में फादर सिलवूयुस मिंज द्वारा मिस्सा पूजा कराई गई.
उन्होंने बताया कि मृत्यु जीवन का अंत नहीं, मृत्यु ही अनंत जीवन की शुरुआत है. इसलिए सभी विश्वासियों को हमेशा ही तैयार रहना चाहिए कि कब पिता परमेश्वर के द्वारा बुलावा आ जाऐ. ज्ञात हो कि रोमन कैथोलिक एवं जर्मन चर्च के मसीही विश्वासी अपने मृत प्रियजनों की याद में यह पर्व मनाते हैं. इस दिन कब्रिस्तान में मिट्टी को समर्पित हो चुके अपने पूर्वज, सगे परिजनों को याद किया जाता है. यह उनकी भावना और अपनों से घनिष्ठता को दर्शाता है. इसी क्रम में कब्र पर फूल चढ़ाए गये. पुरोहितों की ओर से धार्मिक अनुष्ठान के बाद कब्र की आशीष की गई.
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