इस कारण राजस्व वसूली में आयी कमी
दरअसल जनवरी माह में 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं की ही बिलिंग हो पायी थी, जिसकी वजह से राजस्व वसूली में कमी आयी है. इसके अलावा, स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं को एडवांस में ही राशि जमा करनी है, लेकिन कई उपभोक्ता बिल जमा नहीं कर रहे हैं.बिल जमा करने का आग्रह कर रहा जेबीवीएनएल
अब जेबीवीएनएल लगातार">https://lagatar.in/#google_vignette">लगातारउपभोक्ताओं को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर बिल जमा करने का आग्रह कर रहा है. बताया गया कि फरवरी में राजस्व 400 करोड़ रुपये के पार होगा.
रांची में अब तक 3.08 लाख के घरों में लगे स्मार्ट मीटर
रांची शहर में 3.50 लाख उपभोक्ताओं में 3.08 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लग गया है. वहीं, हजारीबाग में अब तक 25 हजार घरों में और धनबाद में 80 हजार घरों में स्मार्ट मीटर लग चुके हैं.मार्च तक हजारीबाग व धनबाद में भी प्रीपेड कर दिये जायेंगे स्मार्ट मीटर
रांची के सभी उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटर को प्रीपेड कर दिया गया है, जबकि धनबाद व हजारीबाग में अभी मीटर रीडिंग के जरिये ही बिल भेजने की व्यवस्था है. बताया गया कि मार्च तक हजारीबाग व धनबाद में भी स्मार्ट मीटर प्रीपेड कर दिये जायेंगे.फैक्ट फाइल
- - जेबीवीएनएल ने जनवरी 2025 में 352 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली की.
- - राजस्व वसूली में कमी के कारण जनवरी माह में 80 प्रतिशत उपभोक्ताओं को ही विलिंग हो पायी थी.
- - जेबीवीएनएल लगातार उपभोक्ताओं को व्हाट्सएप मैसेज भेजकर बिल जमा करने का आग्रह कर रहा है.
- - रांची शहर में 3.50 लाख उपभोक्ताओं में 3.08 लाख के घरों में स्मार्ट मीटर लग गया है.
- - मार्च तक हजारीबाग व धनबाद में भी स्मार्ट मीटर प्रीपेड कर दिये जायेंगे.
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