![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/WEB-BANNER-021.jpg)
Koderma: जिले के डोमचांच प्रखंड स्थित महिला कॉलेज को कोरोना मरीजों के लिए कोविड सेंटर बनाया गया है. यहां कोरोना मरीजों के बेहतर इलाज का दावा किया जाता है. इस अस्पताल का नाम ‘डेडिकेटेड कोविड सेंटर’ रखा गया है. डेडिकेटेड जिसका मतलब ही ‘समर्पण’ है. आप उस अस्पताल को ‘समर्पण कोविड सेंटर’ भी कह सकते हैं.
नाम के बिल्कुल विपरित हो रहा है काम
इस कोविड सेंटर में नाम के बिल्कुल विपरित काम हो रहा है. यहां कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी पूरी लापरवाही कर रहे हैं. वहां के कर्मियों ने ‘डेडिकेटेड कोविड सेंटर’ को ‘लापरवाह कोविड सेंटर’ बना दिया है. आपको बता दें कि कोविड सेंटर में मरीजों को बेहतर सेवा देने की बात कही गई थी. इसकी निगरानी के लिए जिले के उपायुक्त रमेश घोलप उस सेंटर का दौरा करते हैं. अस्पताल में उपायुक्त का दौरा लगातार जारी है.
वहां इलाजरत एक मरीज ने फोन पर बात करते हुए बताया कि कल भी उपायुक्त का दौरा हुआ था. उपायुक्त के जाने के बाद अब तक किसी भी डॉक्टर ने आकर जांच तक नहीं किया है. उन्होंने बताया कि उन्हें और उनके बेटे को कोविड पॉजिटिव होने के बाद यहां भर्ती कराया गया था. बेटे की हालत काफी गंभीर है. मरीजों के सांस लेने के लिए ऑक्सीजन की भी ठीक व्यवस्था नहीं है. अब तो मरीजों की हालत भगवान भरोसे है.
मरीज को दूसरे जगह शिफ्ट कर किया गया टॉर्चर
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पहले भी वहां के एक मरीज ने कोविड सेंटर की कमी के बारे में बताया था. इसके बाद उस मरीज को लगभग ढाई महीने तक दूसरे जगह शिफ्ट कर दिया गया था. वहां उसे मानसिक रूप से भी टॉर्चर किया गया था. यह भी एक कारण है कि वहां एडमिट कोरोना मरीज सारी परेशानी को झेलने के बाद भी अपना दर्द बयां नहीं कर पाते. ऐसा न हो कि इनके साथ भी ऐसी ही दुर्दशा हो.
![](https://lagatar.in/wp-content/uploads/2024/07/neta.jpg)