New Delhi : दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण से लोगों को दूर-दूर तक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. राष्ट्रीय राजधानी में सुबह से ही धुंध की मोटी परत छाई हुई है. वहीं कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बना हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताजे आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह 7:15 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 तक पहुंच गया. वहीं मुंबई की बात करें तो यहां भी आसमान में सुबह से धुंध की परत छाई हुई है.
#WATCH दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी परत छाई हुई है, जबकि CPCB के अनुसार कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में बना हुआ है।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2024
दिल्ली में ग्रैप-4 को लागू
दिल्ली में हर साल नवंबर-दिसंबर के आसपास प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो जाती है. प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सोमवार से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण (ग्रैप-4) को लागू कर दिया गया है. ग्रैप-4 लागू किये जाने के बाद वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा कई कड़े प्रतिबंध लगाये गये हैं. दिल्ली में कारखानों, निर्माण कार्यों, और यातायात पर कड़ी पाबंदियां लगायी गयी है. स्कूल भी बंद हैं. राजधानी में ट्रक, लोडर समेत अन्य भारी वाहनों को प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. बता दें कि प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और औसत एक्यूआई 450 को पार कर जाता है तो ग्रैप का चौथा चरण लागू किया जाता है.
#WATCH महाराष्ट्र: मुंबई शहर में सुबह-सुबह धुंध की परत छाई हुई है।
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कई इलाकों में एक्यूआई बेहद चिंताजनक, आंखों में जलन व सांस लेने में हो रही परेशानी
CPCB के मुताबिक, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है. कई ऐसे इलाके हैं, जहां का एक्यूआई 400 से 500 के बीच बना हुआ है, जो बेहद चिंताजनक है. इनमें अलीपुर (415), आनंद विहार (436), अशोक विहार (419), डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज (403), जहांगीरपुरी (421), मेजर ध्यानचंद स्टेडियम (412), मंदिर मार्ग (409), मुंडका (440), नरेला (413), नेहरू नगर (419), पंजाबी बाग (412), शादीपुर (422), रोहिणी (432), सोनिया विहार (424), विवेक विहार (430) और वजीरपुर (422) शामिल हैं. इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन हो रही है.
इन इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से 400 के बीच
वहीं राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया. इनमें आया नगर (369), बुराड़ी क्रॉसिंग (390), चांदनी चौक (358), मथुरा रोड (360), डीटीयू (383), द्वारका सेक्टर 8 (397), एयरपोर्ट (368), दिलशाद गार्डन (357), आईटीओ (382), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (382), लोधी रोड (309), नजफगढ़ (385), नॉर्थ कैंपस डीयू (385), एनएसआईटी द्वारका (326), ओखला फेस-2 (392), पूसा (372), आर के पुरम (398), सिरी फोर्ट (394) और श्री अरविंदो मार्ग (388) शामिल हैं.
वायु की गुणवत्ता खराब होने से सांस लेने में होती है दिक्कत
बता दें कि शून्य से 50 के बीच AQI अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI ‘गंभीर’ माना जाता है. वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है. वहीं मरीजों को और भी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वायु की गुणवत्ता के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत होती है. एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से अधिक होने पर फेफड़ों, अस्थमा और हृदय रोगों जैसी बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है