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सारंडा : जो कभी नक्सलियों का सचिवालय था, वहां आज हो रही सीआरपीएफ कैंप की मांग

Kiriburu : सारंडा में प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादियों का कभी सचिवालय रहा तिरिलपोसी गांव की हवा अब बदल रही है. जहां पहले नक्सलियों के बिना इजाजत यहां का एक पत्ता नहीं डोलता था आज ग्रामीण यहां सीआरपीएफ कैंप की मांग कर रहे हैं. उनमें मुख्यधारा में जुड़ने की बेचैनी है, वे चाहते हैं कि उनके गांव का विकास हो और उन्हें रोजगार से जोड़ा जाए.

पहले बाहरी के प्रवेश की इजाजत नहीं थी

पहले नक्सलियों के प्रभाव के कारण यहां किसी बाहरी को प्रवेश करने की इजाजत नहीं होती थी. कोई प्रवेश करना चाहता भी था तो उसे नक्सलियों के आदेशानुसार वहां की ग्राम सभा से इजाजत लेनी होती थी. पुलिस के पास कोई जा नहीं सकता था और गांव आने पर पुलिस से कोई बात नहीं कर सकता था. लेकिन आज इस गांव का माहौल काफी बदल गया है. लोग भय व आतंक के साये से उबर चुके हैं. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/09/tirilposhi1-300x169.jpg"

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एसपी से मिलकर करेंगे कैंप बनाने की मांग

आज तिरिलपोसी गांव में मुंडा बारजो बंकिरा की अध्यक्षता में ग्राम सभा की विशेष बैठक गांव की सुरक्षा व अन्य विकास योजनाओं के लिये आयोजित की गई, जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया की गांव की सुरक्षा को लेकर तिरिलपोसी गांव में सीआरपीएफ कैंप स्थापित करने की मांग आज मनोहरपुर में पुलिस द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम में आने वाले एसपी अजय लिंडा से किया जायेगा. इसके अलावे बच्चों का औनलाईन शिक्षा हेतु गांव में मोबाईल टावर लगाने, तिरिलपोसी-दीघा गांव के बीच पंचायत का ग्राम सभा आयोजित करने हेतु सामुदायिक भवन का निर्माण, पेयजल सुविधा हेतु डीप बोरिंग, चबुतरा पर शेड निर्माण कराने आदि का प्रस्ताव पास किया गया. मुंडा के नेतृत्व में ग्रामीण ग्राम सभा से पास प्रस्ताव की कौपी आज एसपी को देकर उक्त कार्यों को धरातल पर लाने की मांग करेंगे. इस बैठक में नारायण बोदरा, असरीता गगाराई , सेलाए चेरोवा , मोरनसिंह बांकिरा , बिंजराय चेरोवा , एतवा गगाराई , कुजरी गगाराई , बुधराम गुड़िया , जयपाल बारी , मंगता बारी , रामसाए मेलगान्डी , अजम्बर गुड़िया , रोलेन तोपनो , बिरसा चेरोवा आदि सैकडों ग्रामीण मौजूद थे. [wpse_comments_template]

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