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केंद्र सरकार की याचिका खारिज करने की मांग
भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के अनुसार यह नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत का उल्लंघन होगा क्योंकि चार सदस्यीय समिति में जिन लोगों को नियुक्त किया गया है, उन्होंने इन कानूनों का समर्थन किया है. एक हलफनामे में संगठन ने केंद्र सरकार की एक याचिका को भी खारिज करने की मांग की है जिसे केंद्र सरकार ने दिल्ली पुलिस के मार्फत दायर कर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च या किसी अन्य प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है. इसे भी पढ़ें : संयुक्त">https://lagatar.in/un-representative-referring-to-stan-swamy-said-india-does-not-give-protection-to-supporters-of-human-rights/18424/">संयुक्तराष्ट्र प्रतिनिधि ने स्टेन स्वामी का जिक्र करते हुए कहा, मानवाधिकारों के समर्थकों को भारत सुरक्षा नहीं देता
50 दिनों से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर चल रहा है आंदोलन
बता दें कि सीजेआई एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ प्रस्तावित ट्रैक्टर मार्च के खिलाफ केंद्र के आवेदन पर 18 को सुनवाई के लिए सहमत हो गयी है. भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति उन 40 किसान संगठनों में शामिल है जो कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए करीब 50 दिनों से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन कर रही है. जान लें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक अंतरिम आदेश में अगले आदेश तक नये कृषि कानूनों के क्रियान्वयन पर रोक लगा दी थी और शिकायतों को सुनने तथा गतिरोध के समाधान पर अनुशंसा करने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया था. इसे भी पढ़ें : मंच">https://lagatar.in/saraswatis-statue-was-placed-on-the-stage-marathi-poet-refuses-to-take-vidarbha-sahitya-sangh-award/18385/">मंचपर सरस्वती की प्रतिमा लगी थी, मराठी कवि ने विदर्भ साहित्य संघ का अवॉर्ड लेने से इनकार किया

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