alt="" width="1600" height="1200" /> मेले में उपलब्ध सामानों की जानकारी लेती खरीदार[/caption]
50 से ज्यादा उत्पादों की बिक्री
सरस आजीविका मेले में झारखंड के सखी मंडल की महिलाओं ने भी अपने उत्पादों के साथ हिस्सा लिया है. ग्रामीण महिलाएं ‘पलाश’ अंतर्गत 50 से ज्यादा उत्पादों की बिक्री कर रहीं हैं. दिल्ली जैसे मेट्रो सिटी में सखी मंडल की महिलाओं द्वारा निर्मित शुद्ध उत्पादों की काफी डिमांड देखी जा रही है, चाहे वो झारखंड के घने जंगलों से निकाला शहद हो, लेमन ग्रास तेल हो या अरहर की दाल.8 किस्म के अचार उपलब्ध
पलाश मार्ट में आम, आवला, नींबू, मिर्च, कटहल, लहसुन समेत आठ प्रकार के अचार उपलब्ध हैं. अन्य खाद्य उत्पादों में मड़ुआ का आटा, ब्राउन राइस, हल्दी एवं मिर्ची पाउडर, सरसों का तेल, काले गेहूं का आटा, लोबिया, तुलसी एवं नीम के शहद आदि उपलब्ध हैं.पारंपरिक आभूषण लोगों के आकर्षण का केंद्र
झारखंड की ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाए गए पारंपरिक ज्वेलरी को एक पहचान देने के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आदिवा ब्रांड की शुरुआत की गई है. आदिवा ब्रांड को राष्ट्रीय पटल पर ले जाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग हर संभव कोशिश कर रहा है, इसी कड़ी में आदिवा ज्वेलरी का प्रदर्शनी सह बिक्री स्टॉल सरस आजीविका मेले में लगाया गया है. आदिवा के गहनों की चमक मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. चांदी सहित अन्य धातुओं से बने आभूषण दिल्ली के लोगों को काफी भा रहे हैं. [caption id="attachment_188317" align="aligncenter" width="1040"]alt="" width="1040" height="780" /> मेले की रिपोर्टिंग करतीं पत्रकार दीदीयां[/caption]
पत्रकार दीदी कर रही हैं ‘सरस आजीविका मेले’ की रिपोर्टिंग
ग्रामीण विकास मंत्रालय के विशेष आमंत्रण पर झारखंड की सखी मंडल की 3 दीदियां संवाददाता सखी के रूप में सरस आजीविका मेले की पूरी रिपोर्टिंग करने में जुटी है. ये महिलाएं किसी पत्रकारिता संस्थान से नहीं हैं बल्कि सुदूर गांव की महिलाएं हैं, जिन्हें झारखंड स्टेट लाइव्लीहुड प्रमोशन सोसाइटी द्वारा प्रशिक्षित किया गया है. खूंटी, पलामू और धनबाद की सावित्री, प्रीति एवं मीनाक्षी नाम की सखी मंडल की बहनें ग्रामीण विकास मंत्रालय के मीडिया विभाग के साथ मिलकर पूरे मेले की रिपोर्टिंग कर रही हैं.ग्रामीण महिलाओं को सफल उद्यमी बढ़ाने की कोशिश- नैंसी
जेएसएलपीएस की CEO नैंसी सहाय ने कहा कि सखी मंडल की बहनों को उद्यमिता से जोड़ने के लिए जेएसएलपीएस लगातार कार्य कर रहा है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर आदिवासी पारंपरिक ज्वैलरी का ब्रांड आदिवा लॉन्च किया गया. आईआईटीएफ में पलाश एवं आदिवा के उत्पादों की काफी अच्छी बिक्री हो रही है. हमारी यह कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं को सफल उद्यमी के रूप में तैयार करें ताकि वे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित कर सकें. इसे भी पढ़ें-ट्रांसजेंडर्स">https://lagatar.in/demonstration-of-transgenders-of-jamshedpur-at-dc-office-on-transgenders-day-15-point-demand-letter-submitted-to-ddc/">ट्रांसजेंडर्सडे पर जमशेदपुर के किन्नरों का डीसी ऑफिस पर प्रदर्शन, डीडीसी को सौंपा 15 सूत्री मांग पत्र [wpse_comments_template]
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