वार ही नहीं बैंकों के खास्ता हाल की वजह से शेयर बाजार में जारी है BloodBath
घटना का विवरण
2 फरवरी को विश्वविद्यालय के शोधार्थी देवदास मंडल और पीजी जियोइन्फॉर्मेटिक्स की छात्रा ऐश्वर्या बसाक की एक निर्माणाधीन पुल के असुरक्षित डायवर्जन पर ट्रक चढ़ने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद विद्यार्थियों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने दोषियों की गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और विश्वविद्यालय परिसर के मार्गों को सुरक्षित बनाने की मांग की थी.पुलिस ने की थी कार्रवाई
शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन ने 7 फरवरी को मांडर थाना में 16 छात्रों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर दी और छात्रों से गैर कानूनी तरीके से उनके मोबाइल भी जब्त कर लिए. आइसा के प्रतिनिधियों का कहना है कि यह मुकदमा बिना किसी ठोस जांच के दर्ज किया गया है और यह छात्रों की आवाज को दबाने की साजिश है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे.मौके पर ये रहे मौजूद
आइसा झारखंड राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ, आइसा एक्टिविस्ट मो. समी, सोनू कुमार, विजय कुमार और सीयूजे स्टूडेंट्स एक्टिविस्ट सत्येन महतो ने इस आंदोलन में भाग लिया. इसे भी पढ़ें - मुकेश">https://lagatar.in/mukesh-ambani-family-took-a-dip-of-faith-in-mahakumbh-the-number-of-people-taking-bath-in-sangam-crossed-45-crores/">मुकेशअंबानी परिवार ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई, संगम स्नान करने वालों की संख्या 45 करोड़ पार
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