- प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य शमशेर आलम के बाद अब कांग्रेस से निलंबित आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव ने बड़ा आरोप लगाया
- आरोपः जानबूझकर, सोची-समझी रणनीति के तहत हारा गया है रामगढ़ उपचुनाव
Ranchi: रामगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद अब पार्टी के अंदर और बाहर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं. प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य शमशेर आलम के बाद अब पार्टी से निलंबित चल रहे आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव ने भी पार्टी आलाकमान से राजेश ठाकुर को बर्खास्त करने की मांग की है. इनका कहना है कि एक दिन भी बिना देरी किए राजेश ठाकुर को आलाकमान बर्खास्त करे. क्योंकि नैतिकता तो प्रदेश अध्यक्ष में है ही नहीं.
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मोरहाबादी स्थित राजकीय अतिथिशाला में रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए आलोक दुबे ने कहा, रामगढ़ का उपचुनाव संघर्ष, बलिदान और भावनाओं का चुनाव था. लेकिन जानबूझकर, सोची-समझी रणनीति के तहत यह उपचुनाव हारा गया. उपचुनाव में जीत कैसे होगी, इसकी कोई रणनीति और ब्लूप्रिंट तैयार नहीं थी. किशोर नाथ शाहदेव ने कहा, रामगढ़ का उपचुनाव पार्टी के लिए अलार्मिंग है. 2024 में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना और चुनौती हम वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष के रहते पूरा नहीं कर सकते.
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बता दें कि प्रदेश कांग्रेस के नेता और अनुशासन समिति के सदस्य शमशेर आलम ने भी उपचुनाव में हार के लिए राजेश ठाकुर को जिम्मेदार बता कर पद छोड़ने की बात की है. शमशेर आलम का आरोप है कि कुप्रबंधन के कारण रामगढ़ उपचुनाव में हार हुई है.