Ranchi: रिनपास में आउटसोर्स पर काम कर रही 54 नर्सों के सब्र का बांध टूट गया. जिसके बाद सभी ने एकजुट होकर प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जाहिर किया. बता दें कि रिनपास से रिटायर नर्सों को पुनः अनुबंध पर नौकरी पर रखने को लेकर वैकेंसी निकाला गया है. नियुक्त होने वाली नर्सों को 35400 प्रति माह वेतन दिया जाएगा. जिसका विरोध आउटसोर्स नर्सों कर रही हैं. नर्सों ने कहा कि साल 2022 के सितंबर, अक्टूबर और नवंबर महीने का वेतन बिना किसी कारण के काट दिया गया. इसकी सही जानकारी ना तो विभाग और ना ही एजेंसी की ओर से दी जा रही है. तीन महीने का पूरा वेतन भुगतान किया जाए. हमारे मानदेय से ईपीएफ कटौती की जा रही है, लेकिन खाता में जमा नहीं किया जा रहा है. साथ ही जॉइनिंग लेटर भी नहीं दिया गया है. साप्ताहिक छुट्टी के अलावा कोई छुट्टी नहीं दिया जाता. वहीं विरोध करने पर काम से हटा देने का धमकी दी जाती है.
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जनप्रतिनिधियों से मुलाकात करने से निदेशक ने किया इंकार
वहीं नर्सों की समस्याओं को लेकर कांके ब्लॉक के उपप्रमुख और यूथ कांग्रेस महानगर अध्यक्ष रिनपास निदेशक से मुलाकात करने पहुंचे. लेकिन काफी इंतजार करने के बाद भी निदेशक ने जनप्रतिनिधियों से मुलाकात नहीं की. जिसपर नाराजगी जाहिर करते हुए यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जमील अख्तर ने कहा की सभी नर्स अपनी समस्या को लेकर रिनपास निदेशक से मुलाकात करने पहुंची थी. लेकिन निदेशक ने परमिशन लेकर मुलाकात करने की बात कही है. जबकि सभी नर्सें यहां पर काम करती हैं और अपनी मांगों को लेकर मुलाकात करने आई थी. वहीं उपप्रमुख अजय बैठा ने रिनपास निदेशक को तानाशाह बताते हुए कहा की हम जनप्रतिनिधि नर्सों की समस्याओं को लेकर मुलाकात करने आए थे, लेकिन निदेशक ने निदेशक ने मुलाकात करने से इंकार कर दिया. वहीं माहौल बिगड़ता देख रिनपास के सीनियर एकाउंटेंट मौके पर पहुंचे और सभी नर्सों से अपनी समस्या को लिखित रूप देने के लिए कहा जिसके बाद सभी नर्स अपने काम पर लौट गई.
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