सावन के दूसरे दिन एक लाख से अधिक कांवरियों ने किया जलार्पण
Deoghar : विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला में गंगाधाम से बाबाधाम तक भक्ति और आस्था की अविरल धारा बह रही है. सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगा का जल कांवर में लेकर देवघर के बाबा वैद्यनाथ पर अर्पित करने की होड़ लगी हुई है. कांवरियों की टोली भजनों की धुन पर नाचते-गाते बोलबम का जयघोष करते 105 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर देवघर पहुंच रही है. सावन के दूसरे दिन बुधवार को प्रात: 3.45 बजे सरकारी पूजा के बाद बाबा पर जलार्पण शुरु हो गया. कांवरियों की कतार तड़के सुबह क्यू कॉम्प्लेक्स होते हुए नेहरू पार्क तक पहुंच गई थी. जलार्पण कतार में लगे कांवरियों को नेहरू पार्क, क्यू कॉम्प्लेक्स से मानसिंघी फुट ओवर ब्रीज होते हुए बाबा मंदिर लाया जा रहा है. मंदिर में स्पर्शपूजा को रोक कर गर्भ गृह में लगे अर्घा के माध्यम से जलार्पण कराया जा रहा है. इस दौरान शाम तक एक लाख से अधिक कांवरियों ने अरघा के माध्यम से बाबा का जलाभिषेक किया। इस भीड़ को देखते हुए कांवरियों के रुटलाईन (जलार्पण की कतार) को संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट समेत तमाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी व्यवस्था संभालने में व्यस्त देखे गए.सेवा शिविरों से श्रद्धालुओं को मिल रही राहत
[caption id="attachment_689354" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="200" /> तीर्थ पुरोहित से जल संकल्प कराते कांवरिये[/caption] इस बीच लगे सरकारी और सामाजिक संगठनों के सेवा शिविरों में श्रद्धालुओं के जलपान, भोजन से लेकर शयन तक की व्यवस्था उपलब्ध करायी जा रही है. देवघर शहर में दो दर्जन से अधिक सेवा शिविर लगाए गए हैं. दूसरी ओर चिकित्सा विभाग की ओर से भी कई शिविर लगाए गए हैं, जहां बीमार या चोटिल कांवरियों की चिकित्सा की जा रही है. अग्निशमन विभाग के वाहन कांवरिया पथ में जल का छिडकाव करते देखे गए, ताकि पैदल चल रहे श्रद्धालुओं को राहत मिलती रहे.
बाबा बासुकी के दरबार में पहुंचा कांवरियों का रेला
देवघर में बाबा के मनोकामना लिंग पर जलार्पण करने के बाद श्रद्धालुओं का रेला दुमका स्थित बाबा बासुकीनाथ पर जलार्पण को निकल पड़ा. इससे सुल्तानगंज से लेकर देवघर व बासुकीनाथ तक का कांवरिया पथ केसरिया रंग में रंग गया है. बासुकीनाथ मंदिर में प्रात: 3.30 बजे सरकारी पूजा के बाद बाबा का पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. इसके बाद कांवरियों ने कतारबद्ध होकर जलार्पण करने लगे. हांलाकि यहां अभी उतनी भीड़ नहीं उमड़ी है, जिसकी संभावना थी. ऐसे में पुलिस के जवानों व प्रशासनिक अधिकारियों को काफी राहत मिली.मारवाड़ी कांवर संघ ने लगाया सेवा शिविर
सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है को अपना आदर्श मानने वाला मारवाड़ी कांवर संघ इस साल भी देवघर में कांवरियों की सेवा में जुटा है. संघ की ओर से चिकित्सा, जल वितरण, नि:शुल्क आवासन, शौचालय, नींबू-पानी, भोजन आदि की व्यवस्था की गई है. यह संस्था अभावग्रस्त शिवभक्तों को उनके घर तक पहुंचाने को आर्थिक मदद भी दे रहा है. नथमल अग्रवाल, सुरेश शर्मा, जय प्रकाश मिश्र, सतीश जैन, अनुज झा आदि इस कार्य में खासे सक्रिय देखे गए. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=688259&action=edit">यहभी पढ़ें: गोड्डा : भारी बारिश से डायवर्सन बहा, गोड्डा से बिहार का संपर्क टूटा [wpse_comments_template]
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