Deoghar : देवघर एम्स में दो दिवसीय जनजातीय स्वास्थ्य पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत 6 मई से हुई. बतौर मुख्य अतिथि सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि स्वस्थ नागरिक से ही विकसित भारत का निर्माण होगा. मुझे आशा है कि देवघर एम्स जनजातीय स्वास्थ्य के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस साबित होगा. उन्होंने कहा कि जनजातीय स्वास्थ्य की स्थिति चिंताजनक है. इस दिशा में गंभीर काम करने की जरूरत है. इसके अलावा मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी सुधार लाने की जरूरत है. एनीमिया रोग के बारे में उन्होंने कहा कि इसकी रोकथाम किया जाना जरूरी है. इस रोग के बारे में और ज्यादा जानकारी के लिए रिसर्च किए जाने की भी आवश्यकता है. जनजातीय समुदाय वंशानुगत बीमारियों से भी ग्रस्त होते हैं. ऐसे बीमारियों की भी रोकथाम की जानी चाहिए.
सम्मेलन को संबोधित करते हुए देवघर एम्स के डायरेक्टर डॉ. सौरभ वार्ष्णेय ने कहा कि इस संस्थान का उद्देश्य लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना, और स्वास्थ्य क्षेत्र में रिसर्च करना है. केंद्र सरकार ने जिस उद्देश से एम्स का निर्माण किया है उसे लेकर काम किया जा रहा है. झारखंड में आदिवासी समुदाय की संख्या ज्यादा है. इसे ध्यान में रखकर भी इस संस्थान का निर्माण किया गया है.
अर्जुन मुंडा 6 मई को हवाई मार्ग से देवघर पहुंचे. एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया.
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