बाबा बैद्यनाथ के दरबार में फिर उमड़ा श्रद्धालुओं का रेला
Deoghar : देवघर के बाबा मंदिर में छायी मलमास की उदासी पर बांग्ला सावन की पहली सोमवारी भारी पड़ी. यही कारण रहा कि 24 जुलाई को बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करने को फिर से भक्तों का तांता लग गया. मालूम हो कि शुद्ध सावन के पहले पंद्रह दिन तक कांवरियों से गुजयमान देवनगरी में मलमास लगने के बाद भीड़ कम हो गई थी. लेकिन मलमास में पड़ने वाली सावन की तीसरी सोमवारी और बांग्ला पंचांग के अनुसार सावन की पहली सोमवारी को 50 हजार से अधिक शिवभक्तों ने बाबा पर जलार्पण किया.
सुबह 03:53 बजे अरघा से शुरू हुआ जलार्पण
सोमवार 24 जुलाई को ब्रम्ह मुहूर्त में मंदिर का कपाट खुलने के बाद पहले सरकारी पूजा किया गया. इसके बाद सुबह 03:53 बजे से अरघा से जलार्पण शुरू हुआ. कांवरियों की कतार को बीएड कॉलेज से फुटओवर ब्रिज के रास्ते गर्भगृह तक लाकर बाबा पर जलार्पण कराया गया. बाबा मंदिर का क्षेत्र भक्तों के बोलबम और शिवधुन से गुंजायमान है. इधर, कावंरिया पथ में भी श्रद्धालुओं का रेला देवघर की ओर बढ़ा आ रहा हैं. उल्लेखनीय है कि इस सोमवारी को बाबा के दरबार में सर्वाधिक बंगाल के कांवरिये देखे गए.
यूपी, एमपी, छत्तीसगढ़, गुजरात के श्रद्धालुओं में अलग उत्साह
दूसरी ओर बाबा के दरबार में पहुंचे यूपी, एमपी, छत्तीसगढ़, गुजरात के श्रद्धालुओं में अलग ही उत्साह देखने को मिला. मलमास में इन राज्यों के शिवभक्त अन्न और अन्न से बने पकवान बाबा को अर्पित कर अच्छी खेती और उत्तम स्वस्थ की कामना करते हैं. ये श्रद्धालु अपने साथ बनाकर लाए गए पकवानों को तीर्थ पुरोहितों के माध्यम से बाबा को समर्पित किए. उल्लेखनीय है कि बाबा के गर्भगृह में प्रवेश निषेध रहने के कारण इन श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है. ये सीधे शिवलिंग पर प्रसाद नहीं अर्पित कर पा रहे हैं, बावजूद इनकी आस्था में कोई कमी नहीं दिख रही है.
यह भी पढ़ें: देवघर : जिला प्रशासन और पंडा धर्मरक्षिणी सभा में ठनी