Deoghar : देवघर सहित पूरे संथाल परगना के हस्तशिल्प कारीगरों को नया बाजार उपलब्ध होगा, ताकि उनके उत्पादों को उचित कीमत मिल सके. यह बातें डीडीसी कुमार ताराचंद ने कहीं. वे 15 मार्च को यहां एक होटल में केंद्रीय टेक्सलाइल मंत्रालय के अधीन संथाल परगना के हस्तशिल्प कारीगरों के लिए आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे रहे थे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण के हस्तशिल्पी कारीगरों को उनके उत्पाद की बक्री के लिए उचित प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें संथालपरगना के सैकड़ों कारीगरों ने भाग लिया. डीडीसी ने कहा कि हस्तशिल्प कला देश की संस्कृति की पहचान है. टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से उत्पादों की बिक्री और आसान होगी. कलाकारों में इसकी समझ विकसित करने की जरूरत है. सफल उद्यमी बनने के लिए उन्हें समूहिक प्रयास करना होगा. सहायक निदेशक ने कार्यशाला के उद्देश्यों व विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी साझा की. कहा कि कार्यशाला के जरिए कलाकारों को हस्तशिल्प की जानकारी के साथ उन्हें तकनीक के बारे में जागरूक करने, ऑनलाइन मार्केटिंग, देवघर मार्ट, मुद्रा योजना, जीएसटी आदि की जानकारी दी जाएगी. ताकि वे योजनाओं का लाभ ले सकें. यह भी पढ़ें : देवघर">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=267697&action=edit">देवघर
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देवघर : संथालपरगना के हस्तशिल्प कारीगरों को मिलेगा नया बाजार

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