Deoghar : महिलाएं अपने जज्बे और हिम्मत से हर क्षेत्र में कीर्तिमान रच देती हैं. वह घर, परिवार संभालते हुए भी अपने करियर में सफलता की सीढ़ियां चढ़ती जाती हैं. महिला अगर मां के रूप में हो तो योद्धा बन जाती है. बच्चे को संभालते हुए हजार मुश्किलों से लड़ती है. ऐसी ही एक महिला है देवघर प्रखंड के अंधरीगादर की चांदनी कुमारी. वह अपने छह महीने के बच्चे को साथ लेकर इग्नू में बीए की परीक्षा दे रही है. देवघर के सत्संग कॉलेज में उसका परीक्षा केंद्र है. पढ़ लिख कर नौकरी की तमन्ना रखने वाली चांदनी अपने छोटे बच्चे को घर पर अकेला नहीं छोड़ सकती. छह महीने से भी कम उम्र के साथ चांदनी दो-दो चुनौतियों का सामना कर रही है. पहली तो एकाग्र चित होकर परीक्षा देने के लिए और दूसरी इस दौरान अपने बच्चे की देखभाल करने के लिए. चांदनी मां और परीक्षार्थी दोनों का फर्ज बखूबी निभाती नजर आईं. इस संबंध में इग्नू देवघर के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ सरोज मिश्र ने बताया कि पढ़ाई पूरी करने के लिए इस महिला की ललक को पूरी करने के लिए नियमों को ध्यान में रखते हुए केंद्र अधीक्षक सहयोग कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : बेरमो">https://lagatar.in/bermo-gunjardih-mungo-village-of-nawadih-will-become-a-smart-village-minister/">बेरमो
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देवघर : दुधमुंहे बच्चे के साथ परीक्षा दे रही है मां

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