Jitan Kumar Deoghar : महाशिवरात्रि के अब कुछ ही दिन शेष बचे हैं. इस महापर्व से पूर्व बाबा मंदिर समेत 22 मंदिरों के शिखर पर लगे पंचशूल को उतारकर पूजा करने की परंपरा है. पंचशूल को महाशिवरात्रि से पूर्व उतारा जाता है तथा महाशिवरात्रि से एक दिन पहले पुन: शिखर पर स्थापित कर दिया जाता है. 27 फरवरी को बाबा मंदिर समेत 22 मंदिरों के शिखर पर लगे पंचशूल को उतार कर उसकी पूजा की गई. पंचशूल उतारते समय इसे स्पर्श करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. ज्यादातर श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ और मां पार्वती मंदिर के शिखर से उतारे गए पंचशूल को स्पर्श करने के लिए उतावले दिखे. स्थानीय पुरोहित के अनुसार पंचशूल उतारने के दूसरे दिन वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ इन पंचशूलों की पूजा कर शिखर पर पुन: स्थापित कर दिया जाता है. वैसे साल में सिर्फ एक बार महाशिवरात्रि के अवसर पर ही इन पंचशूलों को उतारने की परंपरा है. जब तक पंचशूलों को विभिन्न मंदिरों के शिखर पर पुन: स्थापित नहीं किया जाता तब तक बाबा मंदिर में गठबंधन पूजा नहीं होती है. पंचशूल उतारने के अवसर पर बाबा मंदिर में उपायुक्त और एसपी दोनों मौजूद थे. उपायुक्त ने कहा कि महाशिवरात्रि के दिन 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के देवघर पहुंचने की संभावना है. श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को देखते हुए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध रखने का निर्देश संबंधित विभागों को दिया गया है. जिला प्रशासन श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित जलार्पण कराने के लिए तैयार है. रुट लाइन में भी मुकम्मल व्यवस्था की जा रही है. महाशिवरात्रि को लेकर एसपी धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से 3 हज़ार पुलिस बल की तैनाती की जाएगी. मंदिर के अंदर और बाहर सभी जगहों पर दंडाधिकारी और डीएसपी रैंक के अधिकारी तैनात रहेंगे. पुलिस की नजर बाबा मंदिर के इर्द-गिर्द हर गतिविधियों पर रहेगी. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ टीम की तैनाती रहेगी. Edidthe by Baidyanath Jha यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=251383&action=edit">यह
भी पढें : देवघर: चिंतन शिविर से कांग्रेस नेताओं का बढ़ा उत्साह : कृष्णानंद झा [wpse_comments_template]
देवघर : बाबा मंदिर से उतरा पंचशूल, स्पर्श करने उमड़े श्रद्धालु

Leave a Comment