Deoghar: त्रिकुट पर्वत रोपवे हादसा में मरने वालों की संख्या दो हो गई है. सुमंती देवी नामक महिला की मौत रविवार, 10 अप्रैल को हो गई थी जबकि 11 अप्रैल को एक और मौत हो गई. बताया गया है कि बचाव कार्य के दौरान मौत हुई है. ट्रॉली से निकालकर हेलिकॉप्टर पर चढ़ने के दौरान पर्यटक नीचे गिर गया.
सारठ के पथरड्डा की थी सुमंती
रविवार को जिस महिला की मौत हुई थी, वह सारठ के पथरड्डा की रहने वाली थी. सुमंती का मायका त्रिकुट पर्वत के पास ही है. वह रामनवमी पर पूजा-अर्चना के लिए ससुराल से मायका आई थी. परिजनों ने बताया कि बचपन से ही सुमंती की त्रिकुट पर्वत में आस्था थी. वह अपने किसी भी कार्य की शुरुआत मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद ही करती थी. पर्वत पर हनुमान जी का मंदिर है. मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती है. 10 अप्रैल को शाम चार बजे रोपवे का तार टूटने के कारण हादसा हुआ था. तब से पचास से ज्यादा पर्यटक फ़ंसे हैं. जिसमें से कुछ को 11 अप्रैल को सेना और एनडीआरएफ की मदद से निकाला गया है. अब भी कुछ पर्यटक फ़ंसे हैं. बचाव कार्य जारी है. [wpse_comments_template]
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