Deoghar : देवघर की शिवगंगा मैली हो चुकी है. मैली भी उतनी कि इसमें नहाने से बीमारी की आशंका बनी रहती है. सालों भर शिवगंगा में लाखों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते हैं. इतने महत्व की शिवगंगा होने के बाद भी शुद्धता की कसौटी पर यह खरा नहीं उतर रही है. इसकी शुद्धता को लेकर जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को भी चिंता नहीं है. समय रहते इसकी जल को शुद्ध नहीं किया गया तो यह बर्बाद हो जाएगा. वर्षों पूर्व लगाई जा चुकी है फिल्टर प्लांट शिवगंगा में हरे शैवाल को साफ करने तथा गंदे पानी को पृथक करने के लिए सरकार फिल्टर प्लांट वर्षों पूर्व लगवा चुकी है. बीच-बीच में महज खानापूर्ति के लिए इसकी सफाई कर दी जाती है. कुछ दिनों तक जल ठीक रहने के बाद फिर गंदा हो जाता है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=275415&action=edit">यह
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देवघर की शिवगंगा हुई मैली, सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति

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