Ranchi : झारखंड के छह जिलों से आये शहीदों के आश्रित एवं पूर्व सैनिकों ने बुधवार को वेटरन इंडिया रांची के बैनर तले राजभवन के समक्ष धरना दिया. उनका कहना था कि सरकार को हमारी 21 सूत्री मांगों पर विचार करना चाहिए. नहीं तो हमारा आंदोलन रुकेगा नहीं. धरना का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष मुकेश कुमार ने किया.
क्या है इनकी मांगें
- गलवान घाटी के शहीद गणेश हांसदा के परिवार को नौकरी मिले.
- शहीद होने के बाद परिवार को तत्काल मुआवजा मिले.
- गैलेंट्री अवॉर्ड से सम्मानित सैनिकों को राज्य सरकार सम्मान दे.
- शहीद के परिवार को दो लाख का मुआवजा एवं उनके गांव में उनकी प्रतिमा स्थापित करे सरकार.
- झारखंड निवासी 93 शहीदों के आश्रितों को अब तक नौकरी नहीं मिली. इस पर ध्यान दे सरकार.
- राज्य सैनिक कल्याण निदेशालय द्वारा शहीद के परिवारों को दो लाख दिया जाता है. बहुत सारे परिवार को अब तक नहीं दिया गया है.
- 1991 से लापता सैनिक एंथोनी भेंगरा का अब तक कोई पता नहीं चला है और ना ही उसके परिवार को कोई मुआवजा दिया गया है.
- झारखंड के 24 जिले में से सिर्फ 5 जिलों में ही सैनिक बोर्ड है. इसके चलते पूर्व सैनिक के आश्रितों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. क्योंकि बेनिफिशियरी एक लाख से भी ज्यादा है.
- राज्य में वीर नारी और पूर्व सैनिकों की चिकित्सा सेवा के लिए सिर्फ दो ही एम पैनल अस्पताल हैं, जिससे असुविधा होती है. इसे दूर किया जाये.
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