को बाइडन की ‘मेड इन इंडिया’ गांधी सौगात !
मोरहाबादी मैदान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है
विभिन्न मांगों को लेकर राज्य के 12 जिलों के 2200 सहायक पुलिस कर्मी पिछले चार दिनों से अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं. ऐसे में कहीं आंदोलनकारी कोई बखेड़ा न खड़ा कर दें. लिहाजा एहतियात के तौर पर मोरहाबादी मैदान को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. सहायक पुलिस कर्मियों से निपटने के लिए एक हजार से अधिक पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है. साथ ही, पांच डीएसपी, आठ इंस्पेक्टर और कई मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे. जगह-जगह बैरिकेडिग की गई है. इसे भी पढ़ें -बहरागोड़ा:">https://lagatar.in/bahragora-maruti-omni-hit-by-unidentified-vehicle-driver-dies-on-spot/">बहरागोड़ा:मारुति ओमनी को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी, चालक की घटनास्थल पर ही मौत
धरना पर बैठे है सहायक पुलिसकर्मी
राज्य के अति उग्रवाद प्रभावित के 12 जिलों में संविदा पर बहाल 2200 सहायक पुलिसकर्मी बीते 27 सितंबर से अपनी मांगों को लेकर मोरहाबादी मैदान में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे है. इनमें दुमका, जमशेदपुर, खूंटी, चाईबासा, गढ़वा, पलामू, चतरा, गिरिडीह, लातेहार आदि के सहाय पुलिसकर्मी शामिल हैं. इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी हैं. ये लोग अब भी बारिश के बीच धरनास्थल पर जमे हुए हैं. गौरतलब है कि नक्सल प्रभावित जिलों में संविदा पर 2500 सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली हुई थी. इनमें से कुछ अन्य विभागों में चले गये हैं. फिलहाल विभिन्न जिलों में 2200 सहायक पुलिसकर्मी ही बचे हुए हैं. इसे भी पढ़ें -जयंती">https://lagatar.in/special-on-jayanti-saraikela-chhau-dance-fans-have-been-gandhiji-held-a-meeting-in-chaibasa-in-1925/">जयंतीपर विशेष: सरायकेला छऊ नृत्य के प्रशंसक रहे हैं गांधी जी, 1925 में चाईबासा में की थी सभा
पिछले वर्ष धरना के दौरान जमकर हुआ था बवाल
सहायक पुलिसकर्मियों ने पिछले साल 12 से 23 सितंबर तक मोरहाबादी मैदान में धरना दिया था. जब उनकी मांगों पर कोई पहल नहीं हुई, तो वे बैरिकेडिंग तोड़ कर मुख्यमंत्री आवास की ओर जाने लगे. ऐसे में उन्हें रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. तब इनलोगों ने ईंट-पत्थरों से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. उग्र प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों को आंसू गैस छोड़ना पड़ा था. उस घटना में सिटी एसपी और वहां तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के अलावा कुछ सहायक पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. बाद में इनको जबरन उनके जिलों में भेज दिया था. इसे भी पढ़ें -सासाराम">https://lagatar.in/sasaram-first-the-pressure-to-convert-started-making-friendship-again-5-people-including-two-girls-arrested/">सासाराम: पहले दोस्ती फिर बनाने लगे धर्मांतरण करने का दबाव, दो युवती समेत 5 लोग गिरफ्तार [wpse_comments_template]
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