Ranchi: झारखंड में बेरोजगार युवाओं को नौकरी पाने के लिए बड़े कष्ट उठाने पड़ रहे हैं. सालों इंतजार के बाद सरकारी नौकरियों के लिए विज्ञापन निकलते हैं. जब परीक्षाएं होती हैं तो किसी न किसी कारण परीक्षाएं रद्द हो जाती है. यह हाल सरकारी नौकरियों का है. सरकारी विभागों में संविदा पर मिलने वाली नौकरियों की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है. ऐसा ही एक मामला स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा हुआ है. जहां एक साल के कॉन्ट्रैक्ट पर 5 पदों पर नियुक्ति के लिए जैप आईटी की ओर से दो बार विज्ञापन निकाला गया. दोनों बार अभ्यर्थियों से 500-500 रुपये शुल्क भी लिये गये. 8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अबतक परीक्षा नहीं हुआ है. करीब 15 पत्रकारों ने भी आवेदन किया है, जो बेसब्री से इंटरव्यू का इंतजार कर रहे हैं. उन्हें यह भी डर सता रहा है कि कहीं दूसरी बार भी विज्ञापन रद्द न कर दिया जाए.
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5 पदों के लिए 2 बार निकला विज्ञापन, दोनों बार भरनी पड़ी फीस
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत 1 जून 2023 को 13 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया था. इन सभी पदों पर 800 से अधिक बेरोजगार युवाओं ने आवेदन किये. 10 अगस्त 2023 को आवेदनों को शॉर्टलिस्टेड किया गया और जिनके आवेदन में त्रुटि थी, उन्हें संशोधन के लिए समय दिया गया, लेकिन 30 नवंबर 2030 को विज्ञापन रद्द कर दिया गया. इसके बाद इन्हीं 13 में से 5 पोस्ट के लिए दो दिसंबर 2023 को फिर से विज्ञापन निकाल कर नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गये. सारी नियुक्तियां जैप आईटी के माध्यम से निकाली गई थी और आवेदकों को प्रति आवेदन 500 रुपये जमा करने थे. इस प्रकार एक ही पद के लिए आवेदकों ने दो-दो बार आवेदन किया और हर बार 500 की दर से राशि जमा की. 8 महीने बाद भी इन पदों पर नियुक्ति नहीं होने से आवेदक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
मामले और भी हैं
इसी विभाग से जुड़ा एक और मामला झारखंड स्टेट आरोग्य समिति का है. जहां 7 जून 2023 को 5 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था. इन सभी पदों के लिए 15 सितंबर 2023 को इंटरव्यू भी लिया गया, लेकिन साढ़े चार महीने बीत जाने के बाद भी अब तक रिजल्ट नहीं आया है.
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