कोर्ट के निर्णय पर ST- SC प्रोन्नति में आरक्षण की दिशा में सरकार ने बढ़ाया कदम, 57,182 कर्मियों को फायदा
सीएम ने लिया था संज्ञान
बता दें कि प्राथमिकी दर्ज करवाने अनिल सिंह 2 मार्च 2022 को अपने स्थानीय थाना गए थे, लेकिन उनका आवेदन पुलिस ने नहीं लिया. 4 मार्च को अनिल ने एससी-एसटी एक्ट में थाना में आवेदन दिया और एसपी को भी शिकायत किया लेकिन घटना के एक महीने बाद भी दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने भी इस मामले में संज्ञान लिया था और झारखंड पुलिस को कार्रवाई का आदेश दिया था. 25 मार्च को अनिल सिंह ने स्थानीय न्यायालय में एक कंप्लेंट केस दायर किया और प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. इसे भी पढ़ें - बोकारो">https://lagatar.in/effect-of-bandh-seen-in-bokaro-lock-hanging-in-many-banks-including-bank-of-india/">बोकारोमें दिखा बंद का असर, बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों में लटका रहा ताला
करीब 400 लाठी मारी थी
पीड़ित ग्रामीण अनिल कुमार सिंह ने घटना के समय मीडिया को बताया कि रात तकरीबन एक बजे गारू थाना प्रभारी उसके घर आये और दरवाजा खुलवा कर उसे थाना चलने को कहा. थाना पहुंचने के बाद थाना प्रभारी श्री यादव ने उसे नक्सलियों का मददगार बताया. उसने कहा कि वह ऐसा कुछ नहीं करता है, तो थाना प्रभारी आग बबूला होकर लाठी से पीटने लगे. उसने बताया कि लगभग तीन से चार सौ लाठी मारी गयी थी. इसे भी पढ़ें - Smart">https://lagatar.in/smart-city-investors-did-not-show-interest-even-in-the-third-phase-of-auction-only-11-applications-came/">SmartCity : तीसरे चरण के ऑक्शन में भी निवेशकों ने नहीं दिखायी रुचि, आये सिर्फ 11 आवेदन [wpse_comments_template]

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