Search

जांच में मिली गड़बड़ी : सीसीएल के ओसीपी में नहीं है बिजली कनेक्शन, डीजी सेट से चला रहे काम

Ranchi : सीसीएल के ओपन कोल प्रोजेक्ट (ओसीपी) में बिजली कनेक्शन लेना अनि​वार्य है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के गाइडलाइन है कि ओसीपी में जनरेटर से निरंतर बिजली आपूर्ति नहीं करना है. बैकअप के रूप में जनरेटर का उपयोग करना है. मगर लातेहार, बालूमाथ के तेतरि​याखाड स्थित सीसीएल के ओसीपी में ऐसा नहीं है. सीसीएल के अफसर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के गाइडलाइन की अनेदेखी  कर रहे है. डीजी सेट से माइनिंग एरिया में बिजली दे रहे है. जिससे प्रदूषण फैल रहा है. बिजली कनेक्शन नहीं होने से सरकार को हर माह लाखों के राजस्व की हानि हो रही है. सीसीएल की यह गड़बड़ी झारखंड राज्य प्रदूषण पर्षद और जिला खनन पदाधिकारियों की टीम ने पकडा है. टीम में पर्षद के क्षेत्रीय पदाधिकारी आरएन कश्यप, कनीय पर्यावरण अभियंता गोपाल कुमार और लातेहार के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार शामिल थे. लातेहार डीसी अबु इमरान के निर्देश पर ओसीपी का निरीक्षण 23 दिसंबर 2020 को टीम ने किया था. इसे भी पढ़ें -रांची">https://lagatar.in/posts-of-6-digs-including-ranchi-dig-vacant-two-in-additional-charge/15970/">रांची

DIG समेत 6 DIG के पद खाली, दो चल रहे अतिरिक्त प्रभार में

निरीक्षण में टीम को क्या गड़बड़ी मिली

झारखंड राज्य प्रदूषण पर्षद और जिला खनन विभाग के निरीक्षण में कई गड़बड़ियां मिली है. टीम ने निरीक्षण में पाया कि माइंस में अभी तक ​बिजली विभाग से विधिवत बिजली का कनेक्शन नहीं लिया गया है. माइंस में 500 केभीए, 100 केभीए और 20 केभीए क्षमता का डीजी सेट स्थापित है. 100 केभीए क्षमता के आलावा दोनों डीजी सेट को एकॉस्टिक इनक्लोजर में रखा गया है. डीजी सेट के माध्यम से ही माइंस के विभिन्न कार्यों के लिए बिजली की आपूर्ति की जा रही है. इसे भी पढ़ें -CM">https://lagatar.in/bhairav-singh-the-main-accused-in-the-attack-on-cms-convoy-surrendered-sent-to-judicial-custody/15957/">CM

के काफिले पर हमले के मुख्य आरोपी भैरव सिंह ने किया सरेंडर, भेजा गया न्यायिक हिरासत में

क्या है गाइडलाइन

औद्योगिक इकाईयों को पर्षद द्वारा निर्गत किये जाने वाले संचालन सहमति आदेश (सीटीओ) में गाइडलाइन होता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार डीजी सेट को एकॉस्टिक इनक्लोजर में रखना है. उसके एकजॉस्ट पाईप को निर्धारित हाइट से ऊपर रखना है. इसे भी पढ़ें -अमेरिकी">https://lagatar.in/trump-supporters-in-us-parliament-four-killed-in-violence-emergency-imposed-in-washington/15939/">अमेरिकी

संसद में ट्रंप समर्थकों का उपद्रव, हिंसा में चार की मौत, वाशिंगटन में इमरजेंसी लागू

डीसी को क्षेत्रीय पदाधिकारी ने भेजी रिपोर्ट

झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के क्षेत्रीय पदाधिकारी आरएन कश्यप ने लातेहार उपायुक्त को निरीक्षण रिपोर्ट एक जनवरी 2021 को भेज दिया है. रिपोर्ट में निरीक्षण के दौरान मिलने वाली गड़बड़ियों की विस्तृत जानकारी दी गई है. वहीं तेतरीयाखाड ओपीसी को माईंस के संचालन के लि​ए बिजली कनेक्शन लेने का निर्देश दिया है. 100 केभीए क्षमता के डीजी सेट को एकॉस्टिक इनक्लोजर स्थापित करने को कहा है. इसे भी पढ़ें -लापता">https://lagatar.in/yogendra-baraik-dmo-of-garhwa-is-missing-dc-told-the-secretary-make-others-posting/15932/">लापता

हैं गढ़वा के DMO योगेंद्र बड़ाईक, DC ने सचिव से कहा – दूसरे की करायें पोस्टिंग

उपायुक्त ने खुद किया था निरीक्षण

लातेहार डीसी अबु इमरान ने 15 सितंबर 2020 को बालूमाथ क्षेत्र का निरीक्षण खुद किया था. माइंस एरिया को देखा था. स्थानीय लोगों से समस्या की जानकारी ली ​थी. कोयिलरी से प्रभावित गांवों में सुविधा मुहैया करवाने का निर्देश दिया. इस दौरान उन्होंने कोलियरी प्रबंधक को उड़ते धूल से निजात के लिए कार्य योजना बनाने, गांव में पेयजल सुविधा बहाल करने, सड़क बनाने, उचित शिक्षा देने समेत अन्य निर्देश दिए थे. जिसके बाद ही डीसी ने प्रदूषण पर्षद व जिला खनन के अफसरों से तेतरियाखाड के कोल माइनिंग एरिया के निरीक्षण के लिए पत्र लिखा था. इसे भी पढ़ें -भारत">https://lagatar.in/indias-third-largest-startup-ecosystem/15943/">भारत

तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम, 21 यूनिकॉर्न कंपनी का वैल्यू 73.2 अरब डॉलर
Follow us on WhatsApp