बाबा से इंमोशनली जुड़े हैं, क्या करेंगे प्रमोशन लेकर : सरिता चौरसिया
Deoghar : बाबा से इंमोशनली जुड़े हैं, क्या करेंगे प्रमोशन लेकर. यह कहना है बाबा मंदिर के द्वार पर गत 2009 से अनवरत सेवा दे रही महिला पुलिसकर्मी सरिता चौरसिया का. गिरिडीह की रहने वाली सरिता 2009 में पुलिस सेवा में बहाल हुई. इसके बाद उसकी पहली पोस्टिंग बाबा मंदिर में लगी तो वह यहीं की होकर रह गईं. यह बाबा के प्रति इस महिला सिपाही का समर्पण है या बाबा का आशीष कि आज तक न तो सरिता का तबादला हुआ और ना ही कोई प्रोन्नति मिली. सरिता रोज सुबह पुलिस की वर्दी पहनकर जल लेकर बाबा के दरबार में आती हैं, बाबा की पूजा करती हैं और फिर तत्काल बाद गर्भगृह के द्वार पर डटकर श्रद्धालुओं की भीड़ संभालने में जुट जाती हैं.
प्रमोशन लेती तो बाबा का चौकठ छूट जाता
सरिता बताती है कि कई बार उनका प्रमोशन भी हुआ लेकिन बाबा के प्रति अथाह प्रेम और भक्ति ने प्रमोशन लेने से रोक दिया. अलग प्रमोशन लेती तो नियमत: तबादला हो जाता और तबादला हो जाता तो बाबा का चौकठ छूट जाता. सरिता ने कहा बाबा ने मुझे सब कुछ दिया है और यही से वर्ष 2026 में सेवानिवृत्त होने की भी मेरी कामना है.
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