रास शब्द का अर्थ है प्रेम
महाराज ने भागवत कथा में रास का अर्थ बताते हुए कहा कि रास शब्द का अर्थ है प्रेम या प्रेम की लीला.भागवत कथा में रास का उल्लेख भगवान कृष्ण की प्रेम लीलाओं के संदर्भ में किया है. भगवान कृष्ण ने अपनी प्रेम लीलाओं के माध्यम से गोपियों के साथ प्रेम की भावना को बढ़ावा दिया है. यह प्रेम लीला रास के रूप में जानी जाती है, जिसमें भगवान कृष्ण और गोपियों ने एक दूसरे के साथ प्रेम की भावना को व्यक्त किया. बल्कि यह भगवान कृष्ण की दिव्य प्रेम लीलाओं का प्रतीक भी है. भक्तों को प्रेम की भावना को समझने और जीवन में प्रेम को महत्व देने की प्रेरणा दी है. इसे भी पढ़ें – दुबई">https://lagatar.in/dubai-based-arms-supplier-shariq-satha-played-a-big-role-in-the-sambhaal-violence-police-revealed/">दुबईमें बैठे हथियार सप्लायर शारिक साठा की संभल हिंसा में बड़ी भूमिका, पुलिस ने किया खुलासा हर खबर के लिए हमें फॉलो करें Whatsapp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029VaAT9Km9RZAcTkCtgN3q
Twitter (X): https://x.com/lagatarIN
google news: https://news.google.com/publications/CAAqBwgKMPXuoAswjfm4Aw?ceid=IN:en&oc=3
Leave a Comment