Ranchi : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अजय कुमार सिंह ने झंडोत्तोलन किया. अजय कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कनीय पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी. साथ ही कहा कि झारखंड पुलिस को हमेशा अपने बलिदान पर गर्व रहेगा. आगे कहा कि झारखंड पुलिस ने जनता को समाज में सम्मान के साथ जीने की परिस्थितियां पैदा करने और राज्य को विकास की ओर अग्रसर करने के लिये अनुकूल वातावरण बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दिया है. नक्सलियों, अपराधियों और असामाजिक तत्व समय-समय पर राज्य का माहौल और परिवेश को बिगाड़ कर अशांति फैलाने का प्रयास करते हैं. लेकिन नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर उन्हें दुबकने को मजबूर किया. साथ ही अपराधियों एवं असामाजिक तत्वों पर नकेल कसने में कामयाबी पायी. डीजीपी ने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए सदैव कृत-संकल्पित रहना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है. (पढ़ें, निलंबित IAS छवि रंजन के वकील ने HC से जल्द सुनवाई का आग्रह किया)
संगठित आपराधिक गिरोह के खिलाफ एटीएस लगातार कर रही है कार्रवाई
डीजीपी ने अपने संबोधन में कहा कि संगठित अपराध राज्य में एक नई चुनौती बनकर उभरा है. झारखंड पुलिस की सभी इकाई कंधे से कंधा मिलाकर उनका डटकर मुकाबला कर रही है. कहा कि आप सभी के सहयोग से कई दुर्दांत अपराधकमिर्यों को गिरफ्तार कर उनके गिरोहों पर भी कारगर कार्रवाई की जा रही है. झारखंड एटीएस ने अगस्त 2022 से 26 जुलाई 2023 तक राज्य में सक्रिय विभिन्न संगठित आपराधिक गिरोहों और उनके सदस्यों के खिलाफ विशेष छापामारी अभियान चलाया. इस दौरान उस गिरोहों के गैंगस्टर एवं अन्य सदस्यों की भी गिरफ्तारी हुई.
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नक्सल गतिविधियों को नियंत्रित करना अहम लक्ष्य
अजय कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में नक्सल गतिविधियों को नियंत्रित करना हमारा अहम लक्ष्य है. झारखंड पुलिस अपने पुष्ट सूचना तंत्र की मदद से इनके खिलाफ अभियान चला रही है. इस अभियान के दौरान कई नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया. वहीं सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में कई नक्सली ढेर भी हुए. झारखंड पुलिस के सफल प्रयास से कई उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण भी किया. आज हम कह सकते हैं कि राज्य में नक्सल प्रभावित क्षेत्र अब नगण्य हो चुके हैं.
अबतक कुल 267 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
डीजीपी ने कहा कि आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत अबतक कुल 267 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. वहीं नक्सली अभियान के क्रम में इस वर्ष 236 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें सैक सदस्य 1, रिजनल कमिटी सदस्य 1, जोनल कमांडर 4, सबजोनल कमांडर 5 और एरिया कमांडर स्तर के 6 हार्डकोर नक्सली शामिल हैं. पुलिस ने इन नक्सलियों के पास से 20 पुलिस हथियार, 10 रेगुलर हथियार, 75 देसी हथियार, 9162 कारतूस, 92 आईईडी और 8.42 लाख लेवी की राशि बरामद की है. इस वर्ष जून माह तक पुलिस के साथ हुए 16 मुठभेड़ में विभिन्न नक्सली संगठन के 9 नक्सली मारे गये.
साइबर मॉनिटरिंग सेल का किया गया गठन
डीजीपी ने बताया कि साइबर मॉनिटरिंग सेल का भी गठन किया गया है. साइबर क्राइम से संबंधित शिकायत दर्ज करने के लिए डेडीकेटेड टोल फ्री नंबर 1930 को अधिकृत किया गया है. जिस पर अब तक कुल 10802 शिकायत दर्ज किये गये हैं. साइबर क्राइम ने 4.13 करोड रुपये ब्लॉक कर उन रुपयों को पीड़ित को लौटाने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है. वर्ष 2022 से जून 2023 तक राज्य भर में कुल 1423 कांड दर्ज किये गये. साथ ही 780 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. साइबर अपराधियों के पास से 1469 मोबाइल, 2226 सिम, 576 एटीएम, 91 पासबुक, 53 चेक बुक, 27 लैपटॉप, 78 बाइक, 9 कार, 12 स्वाइप मशीन और 5 राउटर बरामद किये गये. नेशनल साइबर क्राइम पोटर्ल के माध्यम से कुल 5139 नंबरों को ब्लॉक कराया गया.
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