हाईवा मालिकों ने ली राहत की सांस, कांग्रेस ने बताया हाइवा मालिकों के साथ छलावा
Nirsa : संयुक्त मोर्चा का 23 दिनों से चला आ रहा आंदोलन 24 जुलाई सोमवार को समाप्त हो गया. एसोसिएशन ने 20 प्रतिशत भाड़ा बढ़ाने की मां की थी, परंतु 11 प्रतिशत बढ़ोतरी की घोषणा पर आंदोलन समाप्त कर दिया गया. आंदोलन समाप्ति की घोषणा मोर्चा के पदाधिकारियों ने की. आंदोलन का नेतृत्व पूर्व विधायक अरुप चटर्जी कर रहे थे. दूसरी ओर कांग्रेस ने इसे हाइवा मालिकों के साथ छलावा बताया है.
निरसा प्रखंड अध्यक्ष डीएन यादव ने कहा कि 11प्रतिशत भाड़ा वृद्धि अपनी डूबती साख को बचाने के लिए जल्दीबाज़ी में लिया गया फैसला है. उन्होंने कहा कि 23 दिनों से चला आ रहा आंदोलन बिना किसी फैसले के टूटने के कगार पर आ गया था. ट्रांसपोर्टर तीन प्रतिशत से आगे बढ़ोतरी के पक्ष में नही थे. इसके लिये कई दौर की बैठकें हुई, मगर नतीजा कुछ नहीं निकला. इधर हाइवा मालिक मोर्चा के पदाधिकारियों की असलियत जान चुके थे. वे अब लंबी लड़ाई के मूड में नहीं थे. रोजी-रोटी के लिये अन्य विकल्प तैयार कर लिया था, जिससे मोर्चा के पदाधिकारी घबरा गए थे. उन्होंने कहा कि सोचने वाली बात यह है कि ट्रांसपोर्टर जहां तीन प्रतिशत से ज्यादा देने को तैयार नहीं थे, वहां अचानक 11 प्रतिशत पर कैसे राजी हो गए. उन्होंने कहा कि एसोसिएशन केपदाधिकारियों ने हाइवा मालिकों को पहले भी गुमराह कर सिर्फ अपना फायदा उठाया. इस बार भी वही हुआ.